मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने शुक्रवार को आईजीआरएस की शिकायतों की समीक्षा की। इसमें लेसा की हजारों शिकायतें लंबित मिलीं, जिस पर अधिकारियों को फटकार लगाई। मध्यांचल मुख्यालय की प्रबंध निदेशक और लेसा के इंजीनियरों से जवाब-तलब भी किया है। कहा- इस स्तर की लापरवाही जनता के विश्वास को तोड़ती है और सिस्टम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।मंडलायुक्त ने मुख्य अभियंता स्तर पर लंबित शिकायतों पर स्पष्टीकरण मांगा है।
जिन अधिकारियों की शिकायतें सबसे अधिक लंबित पाई गईं, उनमें एक ऐसे मुख्य अभियंता शामिल हैं जो पहले लखनऊ मंडल के एक ज़ोन में तैनात रह चुके हैं। अब मध्यांचल मुख्यालय से संबद्ध हैं। उनकी व्यक्तिगत आईडी पर सबसे अधिक शिकायतें दर्ज पाई गईं। मंडलायुक्त ने स्वयं उन्हें फोन कर शिकायतों के निस्तारण में देरी का कारण पूछा। मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि जनता से जुड़ी समस्याओं को लेकर कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि समयबद्ध निस्तारण शासन की प्राथमिकता है और यदि इसमें कोई भी लापरवाही बरती गई, तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।