राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भारत की ओर से आयोजित चौथे गोमती पुस्तक महोत्सव का सातवां दिन साहित्य, संगीत और संस्कृति के शानदार संगम के रूप में यादगार रहा। मेक इंडिया रीड मिशन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की मूल भावना के अनुरूप यह आयोजन समाज में पढ़ने की संस्कृति, रचनात्मकता और बहुभाषीयता को प्रोत्साहित कर रहा है।
दिन की शुरुआत में विभिन्न विद्यालयों के 600 से अधिक छात्रों ने प्रतियोगिताओं में भाग लिया। ‘राउंड द रिडल’ जैसी रचनात्मक गतिविधियों से लेकर जयश्री सेठी द्वारा कथाओं की प्रस्तुति और फरमा व मुस्कान द्वारा थिएटर कार्यशाला ने बच्चों को खूब आनंदित किया। लेखकगंज सत्र में ‘मसाला मंडी’ के लेखक सदफ हुसैन ने पल्लवी विनोद से बातचीत में अपने पाक-यात्रा अनुभव साझा किए। वहीं ‘पिक्चर वर्ड्स: द राइज ऑफ ग्राफिक नरेटिव्स’ पैनल में सौमित्र दासगुप्ता, उत्तम पाल सिंह और इशिता देबनाथ विश्वास ने ग्राफिक स्टोरीटेलिंग की बढ़ती लोकप्रियता पर चर्चा की।
लखनऊ विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित मुशायरे में डॉ. असमत मलिहाबादी, रश्मि बादशाह और वेद प्रकाश संजर जैसे शायरों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रो. अब्बास रजा नय्यर ने इस सत्र की अध्यक्षता की। शाम को बिरजू महाराज कथक संस्थान की शास्त्रीय प्रस्तुतियां और दिल्ली के ”साधो बैंड” की लाइव संगीत प्रस्तुति ने सांस्कृतिक शाम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया।