गर्भवतियों को नहीं मिल पा रही मुफ्त अल्ट्रासाउंड की सुविधा, जानें कहां आ रही परेशानी

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गर्भवती महिलाओं को मुफ्त अल्ट्रासाउंड के लिए सीएचसी से मिलने वाले ई-वाउचर के लिए अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। बजट के अभाव में बुधवार को भी उन्हें वाउचर नहीं मिलने के कयास हैं। इस पूरे माह वाउचर न मिलने से गर्भवती शुल्क देकर निजी केंद्रों से जांच कराने को मजबूर हैं। इससे उनमें विभाग के प्रति नाराजगी भी है।

नौ सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम के तहत हर माह की एक, नौ, 16 और 24 तारीख को गर्भवती का नि:शुल्क इलाज, अल्ट्रासाउंड के निर्देश हैं।जिन सीएचसी पर अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है, वहां गर्भवतियों को ई-वाउचर दिया जाता है। उसके माध्यम से गर्भवती नजदीकी निजी केंद्र पर मुफ्त अल्ट्रासाउंड करा सकती हैं। 74 निजी केंद्र से स्वास्थ्य विभाग ने अनुबंध कर रखा है। सीएचसी से प्रत्येक सत्र में 25-30 ई वाउचर जनरेट किए जाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक, हर सत्र में करीब 500 ई-वाउचर गर्भवती को वितरित किए जाते हैं। ई वाउचर 30 दिन तक ही वैध होता है। बजट न होने से सितंबर माह में किसी भी सत्र में ई-वाउचर जनरेट नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में गर्भवतियों को दूसरे सरकारी अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है। वहां पर पहले से ही अल्ट्रासाउंड की भीड़ है। नतीजा गर्भवती निजी केंद्रों पर शुल्क देकर जांच करवाने को मजबूर हैं।निजी केंद्रों से मुफ्त अल्ट्रसाउंड के लिए सीएचसी से मिलने वाले ई-वाउचर जनरेट होने में कुछ दिक्कत बानी हुई है। समस्या का समाधान करने की कोशिश की जा रही है।