गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर करोड़ों वसूली… सोशल मीडिया पर जुटाई रकम, युवकों में बांटे कमीशन

# ## National

गाजा युद्ध पीड़ितों की मदद के नाम पर सोशल मीडिया पर करोड़ों रुपये जुटाये गये। गिरोह के संचालकों ने युवकों को कमीशन के नाम पर मोटी रकम बांटी। यह खुलासा एटीएस की आरोपियों से पूछताछ और जांच में सामने आया है। वहीं, यूपी को केंद्र बनाकर गिरोह का संचालन करने की तैयारी थी। यही कारण है कि यूपी के कई जिलों से मोटी रकम गिरोह को मिली थी।एटीएस ने इन तीनों से अलग-अलग पूछताछ की। जो जानकारी सामने आई है। उसके अनुसार जांच तेज कर दिया गया है। एटीएस उन लोगों से भी पूछताछ करेगी, जिन्होंने इस गिरोह को मोटी रकम चंदे में दी है। एटीएस के मुताबिक, प्रदेश के आठ जिलों से बड़ी रकम चंदे में मिली। इनमें पांच जिले पश्चिमी उत्तर प्रदेश के है। एटीएस ने रकम देने वालों के बैंक खातों का ब्योरा भी जुटा लिया है। एटीएस ने तीन दिन पहले महाराष्ट्र के भिवंडी से मो. अयान, जैद नोटियार व अबू सुफियान को गिरफ्तार किया था। आरोपियों से एटीएस की टीम पूछताछ कर रही है कि फंडिंग में मिले रकम का प्रयोग कहां किया है।

तीनों आरोपी की मिली पांच दिन की रिमांड

गाजा के युद्ध पीड़ितों के लिए क्राउड फंडिंग करके करोडों रुपए हड़पने वाले मो. अयान, अबू सूफियान और जैद नोटियार को एटीएस के विशेष न्यायाधीश ने हुसैन अहमद अंसारी ने पांच दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली है। रिमांड 24 सितंबर बुधवार सुबह 10 बजे से 28 सितंबर की शाम छह बजे तक रहेगी। एटीएस ने रिमांड अर्जी में लिखा था कि आरोपियों ने सोशल मीडिया के ज़रिए देश के विभिन्न जगहों से करोड़ों रुपये इकट्ठा किए। बाद में सारी रकम गाज़ा ना भेजकर खुद ही इस्तेमाल कर ली। आरोपियों से उनके बैंक खातों, उनके साथियों और उनके संपर्कों के विषय में पूछताछ की जानी है। अदालत में विवेचके को निर्देश दिया गया कि आरोपियों को पुलिस कस्टडी में लेने के पूर्व एवं पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद जेल में दाखिला करने के पूर्व संपूर्ण चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा।