लखनऊ। लखनऊ नगर निगम ने पशु जन्म नियंत्रण (एनिमल बर्थ कंट्रोल एबीसी) कार्यक्रम को प्रभावी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। नगर निगम द्वारा स्थापित देश का पहला एबीसी ट्रेनिंग सेंटर नवम्बर माह से पशु प्रेमियों प्रशिक्षित करने जा रहा है। जिससे प्रशिक्षण उपरांत पशु प्रेमी जानवरों की देखभाल के साथ ही उनकी आबादी पर नियंत्रण बेहतर तरीके से रख सकें। इस केंद्र के जरिये पशु चिकित्सक, पैरा वेटरिनेरियन और एनिमल हैंडलर्स को भी एबीसी रूल्स 2023 के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा।
देश में बढ़ते मानव-श्वान संघर्ष को नियंत्रित करने के लिए ए.बी.सी. डॉग रूल्स 2023 और मा. उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार पशु जन्म नियंत्रण (स्टेरिलाइजेशन) कार्यक्रम को न्यायोचित विकल्प माना गया है। इस उद्देश्य से नगर निगम ने इस प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है। केंद्र के माध्यम से श्वान बंध्याकरण के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाएँ अपने पशु चिकित्सकों, पैरा वेट स्टाफ और एनिमल हैंडलर्स को प्रशिक्षित करवा सकती हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन्हें तकनीकी दक्षता के साथ-साथ मानक पद्धतियों की समझ भी प्रदान करेगा।
प्रशिक्षण को लेकर शुक्रवार को लखनऊ नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण हेतु इच्छुक उम्मीदवार लखनऊ नगर निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन पत्र निःशुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में भरकर और निर्धारित शुल्क जमा कराकर पशु कल्याण अधिकारी कार्यालय में जमा करना होगा। डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण की अवधि 15 दिनों की होगी। जिसमें प्रतिभागियों को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल सेशन्स भी कराए जाएंगे।
प्रशिक्षण को लेकर पशु चिकित्सकों के लिए शुल्क 5000, पैरा वेट्स के लिए 1500 और एनिमल हैंडलर्स के लिए 1000 रुपये शुल्क रखा गया है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सभी अभ्यर्थियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नगर निगम की पहल के तहत यह प्रशिक्षण केंद्र लखनऊ नगर निगम, एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच हुए त्रिपक्षीय अनुबंध के आधार पर स्थापित किया गया है। प्रशिक्षण का कार्य नगर निगम द्वारा चयनित और अनुबंधित संस्था ह्यूमन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स के माध्यम से संचालित होगा।
ग़ौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद नगर विकास विभाग उप्र आवारा कुत्तों की समस्या को दूर करने के लिए नए सिरे से जुट गया है। प्रदेश में वर्तमान में 15 नगर निगमों लखनऊ, कानपुर नगर, प्रयागराज, सहारनपुर, अलीगढ़, आगरा, मेरठ, अयोध्या, गाजियाबाद, मथुरा, झांसी, मुरादाबाद, बरेली, गोरखपुर, रामपुर और अमरोहा नगर पालिका परिषद में एबीसी (एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर) केंद्र चल रहे हैं।
इन केंद्रों पर बीते तीन साल में 2.93 लाख नसबंदी की गई हैं। इस वर्ष 31 जुलाई 2025 तक 48 हजार से अधिक नसबंदी व टीकाकरण किया जा चुका है। इसके अलावा नगर विकास विभाग के अनुसार, लखनऊ व गाजियाबाद में एक-एक अतिरिक्त एबीसी केंद्र बनाया जा रहा है। इसके अलावा शाहजहांपुर, फिरोजाबाद और वाराणसी में भी जल्द ही एबीसी केंद्र शुरू होगा। इससे आवारा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण में तेजी आएगी।