ऑनलाइन धोखाधड़ी के खिलाफ गृह मंत्रालय के आई4सी और अमेजन ने शुरू किया राष्ट्रव्यापी अभियान

# ## Lucknow

लखनऊ। त्यौहारों के मद्देनजर खरीदारी के मौसम में उपभोक्ताओं को ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी के बढ़ते खतरे से बचाने के लिए गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) और ‘अमेजन इंडिया’ ने रविवार को ‘स्कैम स्मार्ट इंडिया’ नामक एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया।

हाल के वर्षों में त्यौहारों से पहले भारतीयों द्वारा ऑनलाइन खरीदारी के सिलसिले में तेजी आयी है और और इसी के साथ ऑनलाइन ठगी और धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ने लगे हैं। आई4सी और अमेजन की इस संयुक्त पहल का मकसद ऐसी धोखाधड़ी का पता लगाने और लोगों को इसका शिकार होने से बचाने के तरीके के बारे में जागरूक करना है।

 देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के लिए यह अभियान खास मायने रखता है। हाल में राज्य के पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं से निपटने की रणनीति बनाने के लिए आई4सी और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी।

इसी पृष्ठभूमि में इस अभियान को और अहम माना जा रहा है। अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि राज्य के गृह विभाग, साइबर अपराध पुलिस, उपभोक्ता मामलों की टीमों और ई-कॉमर्स मंच अमेजन के साथ इस तरह के परामर्श से धोखाधड़ी की रोकथाम के लिये समन्वय और मजबूत होगा।

उन्होंने बताया कि ‘स्कैम स्मार्ट इंडिया’ अभियान का उद्देश्य उत्तर प्रदेश और उसके बाहर के खरीदारों को सुरक्षित ऑनलाइन खरीदारी के तरीकों से लैस करना, खरीदारों की सुरक्षा के लिए एक मजबूत प्रान्तीय और राष्ट्रीय ढांचा तैयार करना और धोखाधड़ी-मुक्त त्यौहारी सीजन सुनिश्चित करना है।

आई4सी के निदेशक निशांत कुमार ने रविवार को यहां एक बयान में कहा, ”त्यौहारों के मौसम में खरीदारी करना हर भारतीय परिवार की आदत का स्वाभाविक हिस्सा बन गया है। यह ऑनलाइन ठगी करने वाले लोगों की गतिविधियों में भी वृद्धि का समय है। वे उपभोक्ताओं, विशेष रूप से पहली बार इंटरनेट का उपयोग करने वालों और वरिष्ठ नागरिकों जैसे कमजोर समूहों को ठगने की कोशिश करते हैं।”

उन्होंने कहा, ”अमेजन के साथ यह साझेदारी उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी का पता लगाने और उन्हें इसका शिकार बनने से बचने के तरीकों के बारे में जागरूक करेगी। इस अभियान के तहत आई4सी और अमेजन आने वाले महीनों में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर कई पहल को संयुक्त रूप से संचालित करेंगे।”

कुमार ने बताया कि इस पहल के तहत जागरूकता और तकनीक-आधारित रोकथाम के जरिये धोखाधड़ी के प्रति जागरूकता को जमीनी स्तर तक पहुंचाकर इसे सुलभ, प्रासंगिक और कार्रवाई योग्य बनाया जाएगा। ‘अमेजन इंडिया’ के उपाध्यक्ष (विधिक) राकेश बख्शी ने कहा, ”ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग ग्राहकों को लुभाने के लिए जाने-माने ब्रांडों के नामों का दुरुपयोग करते हैं।

ऐसे करके वे न केवल व्यवसायों को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि देश की संपूर्ण डिजिटल अर्थव्यवस्था में उपभोक्ताओं के विश्वास पर भी चोट करते हैं।” उन्होंने कहा, ”आई4सी के साथ अपनी साझेदारी के जरिये हम व्यावहारिक समाधान तैयार करने के लिए सक्रिय कदम उठाना चाहते हैं। ऐसे कदम जो खरीदारों को ठगी को पहचानने, उनसे बचने और रिपोर्ट करने में सक्षम बनाएं।”

आई4सी और ‘अमेज़न’ की यह पहल इसलिए अहम है क्योंकि मैकएफी की ‘ग्लोबल फेस्टिव शॉपिंग सर्वे’-2024 रिपोर्ट के मुताबिक भारत में होने वाली ठगी की आधे से ज्यादा घटनाएं ऑनलाइन होती हैं। त्योहारों के समय खरीदारी बढ़ने के साथ-साथ ऐसे ऑनलाइन धोखाधड़ी का खतरा और भी ज्यादा हो जाता है।

आई4सी द्वारा संकलित आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि 2025 के शुरुआती पांच महीनों में भारतीयों को ऑनलाइन ठगी में लगभग सात हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस राशि का आधे से ज़्यादा हिस्सा कंबोडिया और म्यांमा, वियतनाम, लाओस और थाईलैंड जैसे अन्य दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में बैठकर काम कर रहे ठगों के हाथों में गया। ये घोटाले अक्सर उच्च सुरक्षा वाले स्थानों से संचालित किये जाते हैं।