मोहनलालगंज के शंकरबक्श खेड़ा के रहने वाले शनि रावत (24) की हत्या उसके सगे सालों ने की थी। निगोहां पुलिस ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक साले समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि आरोपी भाई बहन के प्रेम विवाह से नाराज थे और हाल ही में शनि द्वारा फोन पर मामा बनने की बधाई दी थी। इसी के बाद से आरोपियों ने बहन को विधवा करने की ठान ली थी। पुलिस दूसरे साले समेत तीन आरोपियों की तलाश कर रही है।
एडीसीपी साउथ रल्लापल्ली वसंथ कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में निगोहां के मस्तीपुर निवासी देवेश यादव उर्फ बोग्गा और मोहनलालगंज के कुशलीखेड़ा डेहवा निवासी संतोष यादव हैं। आरोपी देवेश का भाई जीतू यादव, साथी भद्दीखेड़ा निवासी राजकपूर और मोहनलालगंज के कीर्तिखेड़ा निवासी जय सिंह उर्फ कल्लू फरार हैं। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त रॉड, गमछा और स्कार्पियो बरामद की गई है।
पूछताछ में आरोपी देवेश ने कबूला कि उनकी बहन ने घरवालों के खिलाफ जाकर शनि से करीब डेढ़ साल पहले प्रेम विवाह किया था। इसपर उन लोगों की बहुत बदनामी हुई थी। शादी खत्म कराने के लिए आरोपी भाई एक साल से साजिश रच रहे थे। इसी दौरान करीब सवा माह पहले बहन ने बच्चे को जन्म दिया। जिसपर शनि ने सालों को फोन कर कहा कि आप मामा बन गए हैं। इसके बाद से आरोपियों का गुस्सा बढ़ गया था।
आरोपी ने अपने साले संतोष को शनि की जानकारी जुटाने के लिए लगाया। साजिश के तहत 8 सितंबर को संतोष ने शनि को कॉल कर देसी शराब ठेके के पास बुलाया। शनि के आने पर सभी आरोपियों ने मिलकर उसे स्कार्पियो में बैठा लिया। निगोहां की तरफ ले जाकर शनि की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। आरोपी जीतू इतने गुस्से में था कि उसने शनि के शव पर रॉड से 25 से ज्यादा वार किए। इसके बाद शव को नाले में फेंक दिया गया था। एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा ने बताया कि आरोपी संतोष यादव कपड़े की दुकान चलाता है, जबकि आरोपी देवेश चालक है।