अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर दिनांक 8 सितंबर 2025 को नवयुग कन्या महाविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग द्वारा एक वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन बड़े उत्साह और उल्लास के साथ किया गया। इस वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय क्या डिजिटल शिक्षा पारंपरिक शिक्षा की तुलना में अधिक प्रभावी है? था
प्रतियोगिता में कला संकाय की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने सशक्त तर्कों व विचारों से सभी को प्रभावित किया। एक ओर जहां पक्ष रखने वाले प्रतिभागियों ने डिजिटल शिक्षा के लाभ, जैसे कि सुलभता, समय की बचत और आधुनिक संसाधनों का उपयोग बताया, वहीं विपक्ष में बोलने वाले प्रतिभागियों ने पारंपरिक शिक्षा की प्रासंगिकता, नैतिक मूल्यों और शिक्षक-छात्र संबंधों की महत्ता पर जोर दिया।
निर्णायक मंडल में प्रोफेसर सरिता कनौजिया, बी.एड. विभाग तथा डॉ. आभा दुबे, असिस्टेंट प्रोफेसर, समाजशास्त्र विभाग शामिल थे। निर्णायकों ने प्रतिभागियों के अभिव्यक्ति कौशल, तर्क क्षमता और प्रस्तुतीकरण के आधार पर मूल्यांकन किया।
प्रतियोगिता के परिणाम निम्नलिखित रहे जिसमें प्रथम स्थान सना कुरैशी, द्वितीय स्थान शुभांगी सिंह, द्वितीय स्थान आफरीन बानो, तृतीय स्थान आशी गुप्ता, सांत्वना स्वर्णिमा सैनी,सांत्वना जिज्ञासा तिवारी विजयी रहे। इस अवसर पर विभागीय संकाय सदस्य, छात्राएँ एवं निर्णायक मंडल उपस्थित रहे। प्रतियोगिता ने छात्राओं में शिक्षा और साक्षरता के महत्व के प्रति जागरूकता को और भी सशक्त किया।