उत्तर प्रदेश स्थित सहारनपुर के शहद एक्सपोर्टर्स का मुख्यतः शहद का एक्सपोर्ट अमेरिका में होता है. अमेरिका ने 27 अगस्त से भारत पर 50% टैरिफ लगाया है क्योंकि भारत ने रूस से कच्चे तेल की खरीद को जारी रखा है जो अमेरिका के लिए खतरा है. भारतीय निर्यातक अमेरिका के 50% टैरिफ लागू करने के फैसले के बाद से ऑर्डर में गिरावट की समस्या से जूझ रहे हैं.
सहारनपुर के विश्व विख्यात वुड कार्विंग निर्यातकों पर टैरिफ से बड़ा असर पड़ा है तो वहीं भारत से अमेरिका जाने वाले शहद के निर्यातकों को भी बड़ा झटका लगा है. टैरिफ लग जाने के कारण सारा माल होल्ड पर चला गया है और शहद के निर्यातकों के साथ-साथ मधुमक्खी पालकों पर भी रोजी रोटी का संकट आ गया है.
हाईटेक नेचुरल प्रोडक्ट्स इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर शहद के एक्सपोर्टर प्रियव्रत शर्मा का कहना था कि किसानों एवं मधुमक्खी पालकों से शहद खरीदते हैं और उसको एक्सपोर्ट करते हैं. अमेरिका द्वारा 50% रात से ही टैरिफ लगाए जाने पर सहारनपुर की बात करें 8 से 10,000 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट है, पूरे देश से शहद का 75000 मीट्रिक टन एक्सपोर्ट होता है. शहद के जितने भी एक्सपोर्टर्स हैं टैरिफ लगने से सभी के आर्डर होल्ड पर चले गए हैं.
60 कंटेनर होल्ड पर चले गए
उन्होंने कहा कि सहारनपुर से हमारे भी 60 कंटेनर होल्ड पर चले गए हैं 8 कंटेनर इस महीने जाने थे वह सब होल्ड पर चले गए हैं. हमारा नया सीजन आने वाला है जो नवंबर से शुरू होता है इससे हमारा जो नुकसान है वह तो है ही इसके साथ-साथ हमारे जो मधुमक्खी पालक हैं और किसान हैं उनको भी बहुत मोटा लॉस होगा. नई फसल आएगी नया शहर बनेगा किसानों एवं मधुमक्खी पलकों की रोजी-रोटी पर भी संकट आएगा. हमारा ढाई मिलियन डॉलर का जो शहद एक्सपोर्ट होना था वह होल्ड पर चला गया है और उसका नुकसान है. हमारा सारा माल अमेरिका में हम ही एक्सपोर्ट करते हैं जो सारा माल जाने वाला था वह होल्ड पर हो गया है और फैक्ट्री में स्टॉक हो गया है.