शारदा यूनिवर्सिटी छात्रा मौत केस, आंतरिक जांच समिति ने सौंपी रिपोर्ट, अब परिजनों ने की ये मांग

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ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय (Sharda University) में बीडीएस की छात्रा ज्योति शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में आंतरिक जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय के कुलपति VC को सौंप दी है. यह रिपोर्ट कैंपस परिसर में स्थित छात्रावास में छात्रा की आत्महत्या से जुड़े तथ्यों की जांच पर आधारित है. हालांकि मृतका के परिजनों को अब तक इस रिपोर्ट की कोई जानकारी नहीं दी गई है.

छात्रा के पिता रमेश जांगड़ा ने बताया कि उन्होंने मंगलवार और बुधवार को ईमेल के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रबंधन से रिपोर्ट की प्रति मांगी थी, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पहले रिपोर्ट सौंपने के लिए 5 दिन का समय मांगा था,

लेकिन समय बीत जाने के बाद भी पारदर्शिता नहीं बरती गई, जिससे परिवार का अब विश्वविद्यालय की जांच प्रक्रिया पर से विश्वास उठ गया है. यह भी कहा कि वह फिर से रिपोर्ट मांगने के लिए विश्वविद्यालय को ईमेल करेंगे और इसकी प्रति डीसीपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों को भी भेजेंगे.

पुलिस जांच से अलग है आंतरिक समिति की रिपोर्ट

इस मामले में एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया कि आंतरिक समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट पुलिस जांच का हिस्सा नहीं है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर रिपोर्ट की मांग की जा सकती है. पुलिस अपनी स्वतंत्र जांच कर रही है और कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, रिपोर्ट देने को कहा

इस संवेदनशील मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट तलब की है. सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने पुलिस और विश्वविद्यालय प्रशासन को 14 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं. रमेश जांगड़ा ने बताया कि कोर्ट के निर्देशों के अनुसार दोनों पक्षों को रिपोर्ट दाखिल करनी होगी.

छात्रा की आत्महत्या के बाद दर्ज हुआ था केस, जेल में दो प्रोफेसर

गौरतलब है कि छात्रा ज्योति शर्मा ने बीते दिनों विश्वविद्यालय के हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में छात्रा के पिता की तहरीर पर प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, डीन समेत 6 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

अब तक इस मामले में सहायक प्रोफेसर शैरी वशिष्ठ और एसोसिएट प्रोफेसर महिंदर सिंह चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. अब सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि पुलिस और विश्वविद्यालय सुप्रीम कोर्ट में क्या रिपोर्ट पेश करते हैं और क्या इससे छात्रा की मौत के पीछे की असली वजह सामने आ पाएगी.