गाजियाबाद के कविनगर थाने के गोविंदपुरम इलाके में गुरुवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना हुई. यहां रहने वाले 28 साल के अविनाश कुमार सिंह और उनकी 25 साल की बहन अंजली ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. बताया गया कि, गुरुवार को जब उनकी मां घर पहुंची दरवाजा अंदर से बंद था. पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
गाजियाबाद पुलिस के मुताबिक अविनाश दिल्ली में इंटेलिजेंस ब्यूरो में तैनात थे और अंजली एक कंपनी में नौकरी करती थी. पुलिस अंजली की तरफ से अपनी दोस्त को भेजे गए मैसेज से मान कर चल रही है कि आत्महत्या के पीछे पारिवारिक कलह है. पुलिस के मुताबिक, अविनाश और अंजली की मां सौतेली थी, इस वहज से घर में झगड़ा रहता था.
पारिवारिक कलह की वजह से आत्महत्या की आशंका
पुलिस के मुताबिक करीब 18 साल पहले अविनाश और अंजली की माँ की मौत जहर खाने से हुई थी. इसके बाद इनके पिता ने दूसरी शादी कर ली थी. घर में सौतेली मां आने के समय तो दोनों छोटे थे लेकिन जैसे जैसे दोनों बड़े हुए घर में झगड़े होने लगे. पुलिस का मानना है कि इस खुदकुशी के पीछे पारिवारिक झगड़ा ही है.
मृतकों के मामा ने सौतली मां पर लगाया गंभीर आरोप
पुलिस को दी गई शिकायत अविनाश और अंजली के मामा देवेंद्र कुमार ने बताया है कि उनकी बहन कमलेश की शादी 1995 में सुखबीर सिंह से हुई थी. शादी के कुछ समय बाद ही ससुरालवालों ने कमलेश को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान करना शुरू कर दिया था. पति सुखबीर सिंह का अपनी प्रेमिका रितु, जो अब बच्चों की सौतेली मां है उससे अफेयर था. कमलेश को बार-बार ताने दिए जाते थे और रितु से शादी करने के लिए तलाक का दबाव डाला जाता था.
पुलिस कर रही मामले की जांच
शिकायत में बताया गया है कि 25 नवंबर 2007 को जब कमलेश ने ये सब सहन नहीं कर पाई तो उसने जहर खा लिया और उसकी मौत हो गई. मामा देवेंद्र ने बताया कि उस वक्त भी कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी. क्योंकि परिवार सदमे में था. फिलहाल पुलिस ने दोनों के शवों के पोस्टमार्टम के बाद बॉडी को परिवार को सौप दिया है. मामले की जांच जारी है.