इन दिनों पूरे उत्तर भारत समेत उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ से हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं. बारिश की वजह से नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. प्रयागराज में गंगा और यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. वहीं बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के परेशानियां उठानी पड़ रही है. बाढ़ प्रभावित निचलों इलाकों के लोगों के लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. वहीं राहत और बचाव दल पूरी तरह अलर्ट मोड पर है.
वहीं कोटा बैराज से चंबल नदी का पानी छोड़े जाने के बाद इटावा जिले की नदियों जलस्तर बढ़ गया है. नदी के समीप बसे गांव में नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. इटावा के बढ़पुरा गांव के मड़ैया एरिया में ग्रामीण फंस गए हैं जिन्हें बचाने की कोशिश में प्रशासनिक टीम जुटी हुई है.
आगरा में बढ़ा चंबल का जलस्तर
आगरा के पिनाहट चम्बल घाट पर चंबल नदी का जल स्तर 131 मीटर पंहुचा गया है. जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी और एडिशनल कमिश्नर रामवदन सिंह चंबल नदी पहुंच कर निरीक्षण किया. जानकारी के मुताबिक बाह तहसील के तीन गांव प्रभावित हैं. उनके लिए स्टीमर की व्यवस्था की गई, दो गांव के पास चंबल का पानी पहुंचा, वहां से भी लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा. साथ ही सभी बाढ चौकियां अलर्ट की गई.
जालौन में खतरे के निशान के करीब पहुंची यमुना नदी
जालौन में यमुना नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है. 9 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. माना जा रहा है कि जिस रफ्तार से यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है वह कुछ ही घंटे में खतरे के निशान को पार कर जाएगी. आपको बता दें कि, यमुना नदी 107.720 मी पर बह रही है, यमुना नदी का 108 मी पर खतरे का निशान है.
वहीं बहराइच रेलवे लाइन के किनारे बने गड्ढे में डूबने से दो बच्चियों की मौत गई, बारिश की वजह से गड्ढे में पानी भर गया था जिस वजह से हादसा हुआ. बताया गया कि खेलते समय गड्ढे में फिसल कर गिरी नैना को बचाने के चक्कर में वैष्णवी भी डूब गई. रेल लाइन निर्माण के दौरान रेलवे ने मिट्टी निकाल कर गड्ढा बनाया था. दोनों बालिकाएं राम जानकी वार्ड नंबर 10 की रहने वाली थी.
फिरोजाबाद में घरों में घुसा बारिश का पानी
फिरोजाबाद के शहरी इलाकों में देर शाम हो बारिश ने दावों की पोल खोल दी है. बारिश के बाद हुए जल भराव से जनजीवन खासा प्रभावित है. बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है, कई इलाकों में बेसमेंट में पानी भर गया है. वहीं सड़कों पर पानी भर जाने की वजह से आवागमन भी प्रभावित हो रहा है, फिरोजाबाद में शिकोहाबाद टूंडला नेशनल हाईवे के सर्विस रोड पर जाम लग गया.
प्रयागराज में तेजी से बढ़ रहा गंगा-यमुना जलस्तर
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है, संगम क्षेत्र सहित निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अलर्ट जारी कर दिया है. गंगा नदी का जलस्तर 2.5 सेंटी मीटर और यमुना नदी का जलस्तर 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. बीते 24 घंटे में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 64 सेंटीमीटर और छतनाग में 49 सेंटीमीटर बढ़ा है, जबकि नैनी में यमुना का जलस्तर 53 सेंटीमीटर तक बढ़ चुका है.
गाजियाबाद में बारिश ने बिगाड़े हालात
गाज़ियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक की सुशांत एक्वा सोसाइटी में बारिश के बाद हालात बेहद खराब हो गए हैं. सोसाइटी के एक हिस्से में बेसमेंट धंसने से गाड़ियां गड्ढे में गिर गईं, वहीं दूसरी तरफ अन्य ब्लॉक्स में 7 से 8 फीट तक पानी भर गया है, जिससे लोगों का रहना मुश्किल हो गया है.
जलभराव के कारण पिछले 24 घंटे से सोसाइटी में बिजली, पानी और लिफ्ट जैसी जरूरी सुविधाएं पूरी तरह ठप हैं. लोग घरों में फंसे हुए हैं, खासकर बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चे. सोसाइटी में आपात स्थिति जैसी स्थिति बन चुकी है. लोग लगातार प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
ग्रेटर नोएडा में सड़के बनी तालाब
ग्रेटर नोएडा में चंद घंटों की बारिश में फिर प्राधिकरण के दावों की पोल खोल दी है. हल्की बरसात में सड़के तालाब तब्दील हो गई हैं. सेक्टर ज़ीटा के पैरामाउंट गोल्फ फ़ॉरेस्ट अनडर पास पर दर्जनों वाहन फँस गए. जेसीबी और क्रेन की मद्दत से फसे वाहनों को बाहर निकाला गया. नालियों की साफ-सफाई के लिए स्वास्थ्य विभाग को करोड़ो रुपयों का बजट जाता है, मगर बरसात में लोगों को जलभराव से परेशाना होना पड़ता है.