नोएडा के विकास में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार एक और अहम मील का पत्थर बनने जा रहा है. केंद्र सरकार के आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने ग्रेटर नोएडा डिपो से बोडाकी तक 2.6 किलोमीटर के एलिवेटेड मेट्रो रूट के विस्तार को मंजूरी दे दी है.
इस परियोजना के अंतर्गत दो नए स्टेशन जनपद और बोडाकी बनाए जाएंगे, जिसमें बोडाकी स्टेशन को मल्टी मॉडल ट्रांजिट हब के अनुरूप विशाल रूप दिया जाएगा, जहां रेलवे, मेट्रो और बस टर्मिनल एक साथ मौजूद होंगे.
नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (NMRC) के कार्यकारी निदेशक महेंद्र प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि यह 2.6 किमी लंबा ट्रैक पूर्णतः एलिवेटेड होगा और इसके निर्माण पर लगभग 416.34 करोड़ का व्यय प्रस्तावित है. यह कार्य तीन वर्षों में पूरा किए जाने का लक्ष्य है.
PPPमॉडल से होगा काम
वित्तीय ढांचे के तहत इस परियोजना की लागत में केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 20% 70.59 करोड़,उत्तर प्रदेश सरकार की हिस्सेदारी 24% 91.08 करोड़,शेष 60% 211.80 करोड़) की राशि डोमेस्टिक लोन और पीपीपी मॉडल से जुटाई जाएगी. इसके लिए भूमि अधिग्रहण की लागत 10.5 करोड़ तय की गई है.
महेंद्र प्रसाद ने बताया कि वर्तमान में एक्वा लाइन का संचालन नोएडा सेक्टर-51 से ग्रेटर नोएडा डिपो तक हो रहा है. प्रस्तावित विस्तार इसे बोडाकी तक जोड़ देगा, जिससे यात्रियों को मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा.
जल्द भेजा जाएगा दूसरा बड़ा प्रस्ताव
इसके अतिरिक्त नोएडा से ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो विस्तार की एक और बड़ी योजना केंद्र सरकार को भेजी जा रही है. बोटैनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक 11.56 किलोमीटर लंबा मेट्रो रूट प्रस्तावित किया गया है, जिसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) राज्य सरकार से कैबिनेट मंजूरी के बाद केंद्र सरकार को भेज दी गई है. यह रूट लगभग ₹2,254.35 करोड़ की लागत से पांच वर्षों में तैयार होगा.
इस मार्ग पर सात नए स्टेशन बनाए जाएंगे
सेक्टर-44
नोएडा ऑफिस
सेक्टर-97
सेक्टर-105
सेक्टर-108
सेक्टर-93
पंचशील बालक इंटर कॉलेज
इस रूट पर प्रति दिन 1 से 1.25 लाख यात्रियों के सफर करने का अनुमान है. इसका प्रारंभिक स्टेशन बोटैनिकल गार्डन होगा और अंतिम स्टेशन सेक्टर-142, जो पहले से ही तैयार है.
मेट्रो नेटवर्क होगा मजबूत
इन दोनों परियोजनाओं के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो नेटवर्क और मज़बूत होगा, जिससे ना सिर्फ़ यात्रियों की आवाजाही सुविधाजनक होगी, बल्कि क्षेत्रीय विकास, औद्योगिक गतिविधियों और रियल एस्टेट को भी नई रफ्तार मिलेगी.