ग्रेटर नोएडा शहर में सोमवार सुबह हुई पहली तेज मानसूनी बारिश ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तैयारियों की हकीकत उजागर कर दी. करोड़ों रुपये ड्रेनेज और नालियों की सफाई पर खर्च होने का दावा करने वाला तंत्र महज कागजों पर ही मजबूत नजर आया. तेज बारिश के चलते शहर की सड़कों पर पानी जमा हो गया, अंडरपास तालाब बन गए, सोसाइटियों के बेसमेंट में जलभराव हो गया और बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई.
गुलिस्तानपुर अंडरपास और 130 मीटर रोड पर पैरामाउंट गोल्फ फॉरेस्ट के पास बना अंडरपास बारिश के पानी से भर गया. अंडरपासों में फंसी स्कूल बसों और अन्य वाहनों ने कई घंटों तक यातायात को प्रभावित किया. जाम में फंसे स्कूली बच्चों के परिजनों ने नाराजगी जताई कि समय पर स्कूल पहुंचना मुश्किल हो गया.
दादरी-छलेरा-सूरजपुर रोड, टेकजोन-4, ला रेजिडेंशिया और स्प्रिंग मीडोज सोसाइटी के पास की सड़कों पर भी भारी जलभराव के कारण लोगों को घंटों जाम में फंसे रहना पड़ा. सूरजपुर कस्बे की मेन रोड पर तो बाइक सवारों के गिरने की घटनाएं सामने आईं.
सोसाइटियों के बेसमेंटों में तबाही मच गई. मिग्सन ग्रीन मेंशन में पाइप फटने से झरना बहने जैसी स्थिति बन गई. रिसेप्शन एरिया तक पानी पहुंच गया. गौड़ सिटी-1, पंचशील हाइनिश, सुपरटेक इको विलेज, निराला सहित अन्य सोसाइटियों के बेसमेंट जलमग्न हो गए.
पानी भरने से घंटों लंबा जाम लगा
सूरजपुर साइट-C में बने दो अंडरपासों में पानी भरने से घंटों लंबा जाम लग गया. शिवालिक होम्स और मिग्सन ग्रीन मेंशन के पास स्थित अंडरपासों में पानी निकासी की व्यवस्था नाकाम रही.
बीटा-2, अल्फा-2 और सेक्टर जू-3 में सीवर ओवरफ्लो के चलते गंदा पानी घरों में घुस गया. जू-3 के सी-ब्लॉक में पहले से झुकी हुई दीवार भी बारिश में ढह गई. RWA अध्यक्ष कर्मवीर सिंह भाटी ने निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया.
बारिश शुरू होते ही कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई, जिससे पानी की सप्लाई भी बाधित हुई. सूरजपुर के पेट्रोल पंप में दो फीट तक पानी भरने के कारण सेवा रोकनी पड़ी.