अभिषेक राय
(www.arya-tv.com)
झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है। इससे लोगों को बड़ी राहत मिली है। इससे पहले रविवार को पहली जमकर बारिश हुई। दिनभर में 22.2 मिलीमीटर बारिश से लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली। वहीं 24 घंटे में अधिकतम तापमान में नाै डिग्री सेल्सियस की बड़ी गिरावट आई।
रविवार को अधिकतम तापमान 30.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह से ही काले घने बादल छाए हुए थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे बारिश शुरू हुई। कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश दोपहर करीब दो बजे तक होती रही। रात 11 बजे फिर झमाझम बारिश शुरू हो गई।
उमस भरी गर्मी से जूझ रहे लोगों के लिए बारिश राहत लेकर आई। मौसम विज्ञान विभाग के डाटा संग्रह केंद्र के अधिकारियों के अनुसार रविवार को इस मानसून की सबसे अधिक बारिश हुई। इसकी वजह से अधिकतम तापमान के साथ न्यूनतम तापमान में भी तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई।
रविवार को न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वातावरण में सुबह नमी 78 फीसदी थी, जो बारिश की वजह से शाम को बढ़कर 90 फीसदी हो गई। पूरब से पश्चिम दिशा में हवा की गति पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटा रही।
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह का कहना है कि मानसून के पहले चरण में अच्छी बारिश होती है। अभी अगले दो दिन मुरादाबाद और आसपास के क्षेत्रों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश की संभावना है। अभी तापमान सामान्य से कम रहेगा।
बारिश से कई इलाकों में हुआ जलभराव
साढ़े चार घंटे तक लगातार बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया। आजाद नगर, कोर्ट रोड स्थित अशोक नगर, तहसील स्कूल, किसरौल, लाइनपार मंडी समिति में सड़कों की स्थिति बदहाल होने के कारण लोगों को आवागमन में परेशानी रही। दूसरी ओर अधिकारियों का दावा है कि कई इलाकों में जलभराव की समस्या समाप्त हुई है।
स्मार्ट रोड बनने से ताड़ीखाना चौक के आसपास इस बार जलभराव नहीं हुआ। बारिश के बाद नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल ने कुछ क्षेत्रों का दौरा भी किया। उन्होंने कहा कि जिन मोहल्लों में परेशानी है, वहां भी समाधान कराया जाएगा।
बारिश से ऊफनाए नाले
कांठ में कई दिन से हो रही गर्मी के बाद हुई बारिश ने गर्मी से राहत दिलाई तो जलभराव होने से परेशानी का सामना करना पड़ा। जल निकासी के सभी संसाधन नाकाफी साबित हुए। नालों के ऊफनाने से सड़कों और रास्तों पानी बहता हुआ दिखाई, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रविवार की सुबह काले बादलों के साथ आई तेजी बारिश से जहां दिन में रात जैसा नजारा देखने को मिला तो वहीं सड़कों और रास्तों में पानी होने के कारण लोगों को जाने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा। नगर में रामलीला मार्ग तो पूरी तरह से बारिश के पानी से जलमग्न हो गया। इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी पानी ही पानी हो गया।
बारिश से जहां फसलों को लाभ पहुंचा तो नहीं खेत खलियान भी पानी से लवालव दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी गांवों के रास्तों में पानी की निकासी न होने से जलभराव की समस्या हो गई। क्षेत्रवासियों ने बारिश होने पर जहां गर्मी से राहत महसूस की तो वहीं किसानों ने इसे फसलों के लिए लाभकारी बताया है।