BSA बनने के बाद रिंकू सिंह के पास होगी ये अहम जिम्मेदारी, जानें- कितना मिलेगा वेतन और सुविधाएं?

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उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को यूपी में बेसिक शिक्षा अधिकारी बनाया है. उन्हें खेल जगत में उनकी शानदार उपलब्धियों और उनके योगदान के लिए सीधी भर्ती नियमावली 2022 के तहत ये पद दिया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को इसकी घोषणा की, जिसके बाद उनकी नियुक्ति की सारी प्रक्रिया शुरू हो गई हैं. रिंकू सिंह की हाल ही में सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई हुई है.

क्रिकेटर रिंकू सिंह को जिला बेसिक शिक्षा (बीएसए) अधिकारी बनाया गया है, जिसके बाद उन्हें वेतन के साथ कई तरह की अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी. आमतौर पर बीएसए पदों को यूपी पीसीएस परीक्षा के तहत भरा जाता है. जिसमें लिखित परीक्षा और इंटरव्यू समेत  एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. इसके लिए अभ्यर्थी के पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और बीएड की योग्यता भी होनी चाहिए. रिंकू सिंह को खेल कोटा के तहत ये पद दिया गया है.

बेसिक शिक्षा अधिकारी का काम
बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद कई तरह की जिम्मेदारियों से भरा होता है. जिसमें जिले की शिक्षा व्यवस्था से लेकर तमाम तरह की व्यवस्था की देखरेख करनी होती है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के बाद रिंकू सिंह शिक्षा विभाग को लीड करेंगे. जिसमें जिले के स्कूलों और बच्चों से जुड़ी तमाम योजनाओं की जिम्मेदारी होती है.

बीएसए को कितना वेतन मिलता है
यूपी में बीएसए का पद ग्रुप ए का गजटेड पद होता है जिसमें अच्छी खासी सैलरी के साथ रहने के लिए घर और अन्य तरह की सुविधाएं मिलती हैं. ये नौकरी सातवें वेतन आयोग के पे मैट्रिक्स लेवल 10 के तहत आती है. इसमें वेतन की शुरुआत 56,100 रुपये से  होती और अनुभव के आधार पर वेतन में बढ़ोतरी होती है और ये 1,77,500 रुपये प्रति माह तक हो सकती है. इसके अलावा वेतन में मूल वेतन का 46 फ़ीसद महंगाई भत्ता दिया जाता है.

बीएसए को बतौर एमआरए मेट्रो शहर में 24% और ग्रामीण क्षेत्रों में 8 फ़ीसद तक HRA (मकान किराया भत्ता), यात्रा भत्ता (TA) के तौर पर 3600-7200 रुपये और अन्य तरह के भत्ते दिए जाते हैं. जिसमें मेडिकल भत्ता, बच्चों की पढ़ाई का भत्ता और कुछ अन्य तरह की सुविधाएं दी जाती हैं. इस तरह से बीएसए अधिकारी की शुरुआती सैलरी 70 से 90हज़ार रुपये तक होती है.