इटावा के दादरपुर गांव में हुए कथावाचक कांड के साथ चोटी कांड के बाद सियासी पारा गरमाया हुआ है. जिसके बाद यादवों के कई संगठनों ने दादरपुर गांव पर हमले का आवाहन किया था, जिसके बाद अहीर रेजिमेंट और गगन यादव के लोगों ने गांव में घुसकर उपद्रव करने का प्रयास किया. जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो भीड़ ने पुलिस और प्रशासन पर ही पथराव कर दिया और पुलिस को गालियां देते हुए अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए.
वहीं पुलिस ने अपने आप को बचाने के प्रयास किए और अतिरिक्त बल को बुलाया गया. पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया है और जो लोग अपनी गाड़ियां छोड़कर भागे उनकी गाड़ियों को भी हिरासत में ले लिया गया. फिलहाल गांव के चारों तरफ फोर्स मौजूद है और सुरक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए है. एसपी ग्रामीण श्रीशचंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है और पुलिस पर उपद्रवियों द्वारा हमला किया गया है.
क्या है इटावा कथावाचक कांड
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दांदरपुर गांव में 21 जून 2025 को कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत सिंह यादव के साथ मारपीट की गई और कथावाचक की चोटी काट दी गई. इन पर जाति छिपाकर कथा कहने का आरोप लगा और इसी वजह से ग्रामीणों ने इनकी पिटाई की. इस मामले में पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद एक्शन लेते हुए घटना में शामिल लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की.
कथा आयोजक परिवार ने लगाया छेड़खानी का आरोप
वहीं दूसरी तरफ इस मामले में नया मोड़ तब आया जब कथा आयोजक परिवार और ब्राह्मण महासभा ने कथावाचकों पर गंभीर आरोप लगाए. कथा आयोजक की पत्नी और उनके पति ने दावा किया कि कथावाचक मुकुट मणि ने भोजन के दौरान महिला के साथ छेड़खानी की थी. इसे लेकर कथावाचकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की गई.