बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के योग विभाग एवं वेलनेस सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में योग महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन माननीय कुलपति प्रो. राजकुमार मित्तल के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य एवं कल्याण मिशन को ध्यान में रखते हुए एक महत्तवपूर्ण पहल है। जिसके अंतर्गत पाँच दिवसीय ध्यान सत्रों का आयोजन किया जा रहा है, यह सत्र 2 जून से 6 जून तक आयोजित किया जाएगा।
सत्र में प्रतिदिन ध्यान की भिन्न-भिन्न प्रविधियों के माध्यम से सामान्य जन और योग साधकों को ध्यान कराया जाता है। जिसमें कुछ शिथिल अभ्यास, प्राणायाम करते हुए ध्यान का अभ्यास कराया जाता है।
संकाय अध्यक्ष प्रो. बी.सी. यादव ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में मानसिक समस्याओं से निजात पाने के लिए ध्यान को हमारे दैनिक जीवन में जोड़ना बहुत आवश्यक हो गया है। ध्यान से हमारा मन शांत और एकाग्र होता है जो विद्यार्थी जीवन ही नहीं अपितु प्रत्येक क्षेत्र में लाभकारी है।
विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश्वर सिंह ने ध्यान के वैज्ञानिक पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि ध्यान हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और समस्त मानसिक विकारों को दूर करने में हमारी मदद करता है। यह हमारे पैरासिम्पथेटिक तंत्रिका तंत्र के स्तर को बढ़ाता है जिससे मन शांतहोता है।
योग विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. नरेंद्र सिंह ने ध्यान को परिभाषित करते हुए बताया कि धारणा के सतत प्रवाह मे रहना ही ध्यान है जो हमें अपने कर्मों कि कुशलता को बढ़ाने में सहायक होता है । ध्यान वह ज्योति है जो हमारे भीतर के अज्ञानता रूपी आवरण को हटाकर स्वयं के वास्तविक स्वरूप का दर्शनकराता है ।
योग वेलनेस सेन्टर के योगविशेषज्ञ डॉ. सागर सैनी ने ध्यान कि उपयोगिता को समझाते हुए कहा कि आधुनिक संसाधनों के बढ़ने से हमारा जीवन बहुत जटिल हो गया है जिसे सिर्फ ध्यान कि तकनीक से सही मार्ग पर लाया जा सकता है, जिससे व्यक्ति अपनी ऊर्जा को बेहतर तरीके से उपयोग कर सकता है । पांच दिवसीय योग सत्र में विवि के विद्यार्थियो, शोधार्थीयों, शिक्षकगण, कर्मचारीगण एवंअन्य योगसाधकों ने इस सत्र में प्रतिभाग किया।