उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे में शुक्रवार को एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है. इस बार 27 डिप्टी एसपी (पुलिस उपाधीक्षक) स्तर के अधिकारियों का तबादला कर दिया गया. इसमें कई चर्चित नाम शामिल हैं, जिनमें भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरीं डिप्टी एसपी दीपशिखा अहिबरन का भी नाम है. दीपशिखा को गोंडा से हटाकर इटावा भेजा गया है.
यह फेरबदल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून-व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने और पुलिस महकमे में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से किया गया है. इससे पहले गुरुवार शाम को भी 25 डिप्टी एसपी का ट्रांसफर किया गया था. यानी दो दिनों में कुल 52 अधिकारियों को इधर से उधर किया गया है.
मुख्यमंत्री सुरक्षा में तैनात अफसर को भेजा गया मुरादाबाद
इस सूची में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहे डिप्टी एसपी अशोक कुमार सिंह चतुर्थ का भी ट्रांसफर किया गया है. वे पिछले ढाई वर्षों से सीएम सुरक्षा में कार्यरत थे. अब उन्हें मुरादाबाद में पुलिस उपाधीक्षक बनाया गया है.
अन्य प्रमुख तबादले
एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरडकर के स्टाफ ऑफिसर राकेश प्रताप सिंह को कुशीनगर भेजा गया है.
देवेन्द्र सिंह को कानपुर देहात से सुलतानपुर स्थानांतरित किया गया है.
अमित कुमार पांडेय को वाराणसी में सुरक्षा इकाई से हटाकर पीटीएस जालौन भेजा गया.
अयोध्या के पुलिस उपाधीक्षक आशुतोष मिश्रा को प्रतापगढ़ भेजा गया.
झांसी रेलवे के डीएसपी नईम खान मंसूरी को लखनऊ सतर्कता अधिष्ठान भेजा गया है.
संभल के डीएसपी गणेश कुमार को आरटीसी चुनार, मिर्जापुर स्थानांतरित किया गया.
मुजफ्फरनगर के संत प्रसाद उपाध्याय को प्रयागराज कमिश्नरेट में सहायक पुलिस आयुक्त बनाया गया.
फिंगरप्रिंट ब्यूरो लखनऊ के अरुण कुमार राय को डीएसपी झांसी नियुक्त किया गया.
सहायक सेनानायक के रूप में मेरठ पीएसी भेजे गए अवनीश कुमार गौतम.
कुशीनगर से कन्नौज भेजे गए अभिषेक प्रताप अजेय.
प्रयागराज पीएसी में सहायक सेनानायक बनाए गए उदय प्रताप सिंह.
शाहजहांपुर के अमित चौरसिरया को कमिश्नरेट कानपुर नगर में नई जिम्मेदारी दी गई.
भदोही से नरेश कुमार को मंडलाधिकारी (वीके) गाजियाबाद भेजा गया है.
मुरादाबाद पीटीसी से सुरेंद्र नाथ यादव को एडीजी लखनऊ जोन के स्टाफ ऑफिसर की जिम्मेदारी दी गई है.
कई अफसरों का अनुरोध पर ट्रांसफर
सूत्रों के अनुसार इस बार तबादला सूची में शामिल अधिकतर अफसरों को उनके स्वयं के अनुरोध पर स्थानांतरित किया गया है. वहीं, कुछ अधिकारियों को विभागीय कारणों और प्रशासनिक आवश्यकता के चलते स्थानांतरित किया गया है. उत्तर प्रदेश में पुलिस प्रशासन को ज्यादा प्रोफेशनल और जवाबदेह बनाने के लिए सरकार लगातार अफसरों की जवाबदेही तय कर रही है. तबादलों का यह सिलसिला भी इसी दिशा में एक कदम माना जा रहा है. सरकार का मकसद है कि हर जिले और हर यूनिट में कुशल अफसरों की तैनाती हो, जिससे कानून-व्यवस्था और बेहतर हो सके.