जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में लखनऊ के बड़े इमामबाड़े में जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने विरोध प्रदर्शन किया. नमाज के बाद बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और हाथों में पाकिस्तान और आतंकवाद विरोधी प्लेकार्ड लेकर नारेबाजी की. लोगों ने “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “आतंकवाद मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाकर हमले की कड़ी निंदा की.
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पाकिस्तान की ये साजिशें भारत में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा बिगाड़ने के लिए की जा रही हैं, लेकिन इसमें वह कभी कामयाब नहीं होगा. प्रदर्शन में शामिल लोगों ने कहा कि हमारा देश गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक है, जहां हर मजहब के लोग साथ रहते हैं और एक-दूसरे का सम्मान करते हैं.
हमारे देश में भाईचारा हमेशा बना रहेगा- प्रदर्शनकारी
एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “पाकिस्तान अगर ये सोच रहा है कि हिंदुस्तान में हिंदू-मुस्लिम भाईचारा खत्म कर देगा, तो ये उसकी सबसे बड़ी भूल है. हमारे देश में भाईचारा पहले भी था, आज भी है और आगे भी रहेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद किसी धर्म का नहीं होता और इसकी जितनी निंदा की जाए कम है.
प्रदर्शन के दौरान युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ आवाज बुलंद की. प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर लिखा था – “आतंकवाद मुर्दाबाद”, “पाकिस्तान होश में आओ”, “हिंदू-मुस्लिम एकता जिंदाबाद”.
भारत की एकता और अखंडता बनाए रखनी की अपील
गौरतलब है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में पर्यटकों को निशाना बनाया गया था. इस हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा है. कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और लोगों ने भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने की अपील की है.
बड़े इमामबाड़े में हुए इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि भारत में मजहब के नाम पर नफरत फैलाने वालों को जनता से कोई समर्थन नहीं मिलेगा. यहां हर मजहब के लोग एक-दूसरे के सुख-दुख में साथ हैं और रहेंगे. इस मौके पर स्थानीय समुदाय ने पुलिस और प्रशासन का भी आभार जताया, जिन्होंने जुमे की नमाज और विरोध प्रदर्शन को शांति और व्यवस्था के साथ संपन्न कराया.