राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार (24 अप्रैल) को कहा कि आतंकवादियों ने पहलगाम में लोगों से उनका धर्म पूछकर उनकी हत्या कर दी लेकिन हिंदू ऐसा काम कभी नहीं करेंगे.
भागवत ने जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद यहां एक कार्यक्रम में कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि करारा जवाब दिया जाएगा.”
‘हिंदू कभी नहीं करेगा ऐसा काम’
संघ प्रमुख ने कहा, “लोगों से उनका धर्म पूछा गया और उन्हें मार दिया गया. हिंदू ऐसा काम कभी नहीं करेंगे.” उन्होंने कहा, ” युद्ध धर्म और अधर्म के बीच है. हमारे दिल में दर्द है. हम गुस्से में हैं लेकिन बुराई को नष्ट करने के लिए ताकत दिखानी होगी. रावण ने अपना इरादा नहीं बदला तो और कोई विकल्प नहीं था. राम ने उसे सुधारने का मौका दिया था और उसके बाद मारा था.”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने यह भी कहा कि ऐसी त्रासदियों और दुर्भावनापूर्ण साजिशों को रोकने के लिए समाज में एकता आवश्यक है.
‘जवाबी कार्रवाई की उम्मीद’
उन्होंने कहा, “अगर हम एकजुट हैं तो कोई भी हमारी ओर बुरी नीयत से देखने की हिम्मत नहीं करेगा और अगर कोई ऐसा करता है तो उसकी आंख फोड़ दी जाएगी. हमें कड़ी जवाबी कार्रवाई की उम्मीद है.”
‘जरूरत पड़ने पर शक्ति दिखाने की जरूरत’
संघ प्रमुख ने कहा, ” घृणा और शत्रुता हमारे स्वभाव में नहीं है लेकिन चुपचाप नुकसान सहना भी हमारा स्वभाव नहीं है. एक सच्चे अहिंसक व्यक्ति को शक्तिशाली भी होना चाहिए. अगर शक्ति नहीं है तो कोई विकल्प नहीं है. लेकिन जब शक्ति होती है, तो जरूरत पड़ने पर वह दिखाई देनी चाहिए.”
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पहलगाम आतंकी हमले पर कहा, “यह भारत और मानवता पर हमला है। इसमें निहत्थे और निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया है। देश इसे कभी माफ नहीं करेगा। प्रधानमंत्री मोदी का विश्व को संदेश पूरी तरह स्पष्ट है कि यह नया भारत है. आतंकवाद भारत की भावना को कभी नहीं तोड़ सकता है. प्रधानमंत्री मोदी का संदेश देश की भावनाओं को प्रकट करता है.”