महाकुंभ के तपस्वी नगर में बसंत पंचमी से एक खास तरह की साधना का आरंभ हुआ है जिसे लेकर श्रद्धालुओं में खासा कौतूहल है. महंत राघव दास ने कहा कि इस साधना को पंच धूनी तपस्या कहा जाता है जिसे आम भक्त अग्नि स्नान साधना के नाम से भी जानते हैं. उन्होंने कहा कि इस साधना में साधक अपने चारों तरफ जलती आग के कई घेरे बनाकर उसके बीच में बैठकर अपनी साधना करता है.
हर कोने में कोई न कोई साधक अपनी साधना में रत नजर आएगा- महंत राघव दास
महाकुंभ त्याग और तपस्या के साथ विभिन्न साधनाओं के संकल्प का भी पर्व है और इसी के तहत पंच धूनी तपस्या यानी अग्नि स्नान की शुरुआत सोमवार को बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर्व से हो गई. श्री दिगंबर अनी अखाड़े में महंत राघव दास ने बताया कि कुंभ क्षेत्र जप, तप और साधना का क्षेत्र है जिसके हर कोने में कोई न कोई साधक अपनी साधना में रत नजर आएगा.
