टेम एयरलाइंस की फ्लाइट अगले कुछ मिनटों के बाद लैंडिंग करने वाली थी. पर, रनवे कोहरा इतना घना था कि पायलट को एलाइनमेंट लाइटें भी नजर नहीं आ रहीं थी. इन कठिन परिस्थितियों के बावजूद पायलट को पूरा भरोसा था कि वह प्लेन की सुरक्षित लैंडिंग करा लेंगे. इसी भरोसे के साथ उन्होंने प्लेन को रनवे की दिशा में बढ़ा दिया.
हालांकि, लैंडिंग से ठीक कुछ सेकेंड पहले पायलट को इस बात का अहसास हो गया कि उसका फैसला गलत निकला. लेकिन अब तक बहुत देर हो चुकी थी. इस दौरान, प्लेन को दोबारा हवा में ले जाने की कोशिश नाकाम रही. कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले एक तेज धमाका हुआ और फिर जो हुआ उससे पूरी दुनिया कांप उठी. प्लेन कुछ ही मिनटों में स्वाहा हो गया और उसमें सवार करीब 94 पैसेंजर-क्रू मेंबर जलकर खाक हो गए
.क्लिटो से कैरी एयरपोर्ट के लिए भरी थी प्लेन ने उड़ान
दरअसल, यह घटना आज से ठीक 22 साल पहले की है. 28 जनवरी 2002 को क्विटो से टेकऑफ हुई टेम एयरलाइंस की फ्लाइट 120 को इक्वाडोर के तुलकान से होते हुए कोलंबिया के कैरी एयरपोर्ट पर लैंड होना था. क्विटो से टेकऑफ होन से पहले पायलट ने जब तुलकान के मौसम की जानकारी ली थी, तो उसे बताया गया था कि वहां का मौसम न केवल बिल्कुल ठीक है, बल्कि लैंडिंग के बिल्कुल अनरूप है.