(www.arya-tv.com) अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ ही हफ्तों में अमेरिकी के राष्ट्रपति पद संभालने वाले है, जिससे पहले अमेरिका और रूस के रिश्ते को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे है कि क्या ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद रूस और अमेरिका के रिश्ते में सामान्य होंगे। इस मामले में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का बड़ा बयान सामने आया है, जहां उन्होंने कहा कि उनके देश ने अमेरिका से रिश्ते सामान्य करने की इच्छा कभी नहीं छोड़ी।
गौरतलब है कि इससे पहले जनवरी में व्हाइट हाउस लौटने वाले ट्रंप ने रूस और यूक्रेन से जंग खत्म करने को लेकर बातचीत शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद से ही अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि ट्रंप शांति कायम करने के लिए यूक्रेन को रूस की शर्तें मानने के लिए मजबूर कर सकते हैं।
रूसी हितों में नहीं किया जाएगा कोई समझौता- पुतिन
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस अन्य पश्चिमी देशों के साथ भी रिश्ते सामान्य करने के लिए तैयार है, लेकिन इन प्रयासों में रूसी हितों के साथ समझौता नहीं किया जाएगा। पुतिन ने कहा, वे इच्छा करें तो सबकुछ करना संभव है। अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सबकुछ बदल जाता है और सिर्फ हित ही अपरिवर्तनीय रह जाता है, रूस व उसके लोगों का हित।
रूस को नहीं होना चाहिए कोई नुकसान- पुतिन
पुतिन ने कहा, अगर हमें लगता है कि स्थितियां बदल रही हैं और दूसरे देशों के साथ रिश्ते बनाने की संभावनाएं हैं, तो हम उसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने कहा कि रिश्तों का सवाल हमारे लिए नहीं, उनके लिए है। लेकिन, रिश्ते सुधारने के दौरान रूस को नुकसान नहीं होना चाहिए।
पुतिन ने इस उदाहारण के ज़रिये रखी अपनी बात
इसके साथ ही पुतिन ने उदाहरण देते हुए कहा कि 19वीं और 20वीं सदी में रूस को कई प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा, लेकिन धीरे-धीरे रूस ने अपनी स्थिति मजबूत की और काला सागर में अपने अधिकार वापस प्राप्त किए। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि कुछ इतिहासकारों ने क्रीमिया युद्ध को विश्व युद्ध शून्य के रूप में वर्णित किया था, क्योंकि उस समय रूस के खिलाफ यूरोपीय शक्तियां एकजुट थीं। उन्होंने कहा कि स्थिति बदलने के साथ अब वही देश जो पहले रूस के खिलाफ थे, रूस के सहयोगी बन गए हैं।