(www.arya-tv.com) लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता की मौत से बवाल मचा हुआ है. एक तरफ जहां कांग्रेस आरोप लगा रही है कि धरना-प्रदर्शन में पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई. जबकि पुलिस ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि प्रदर्शन के दौरान किसी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं की गई. इस बीच कांग्रेस पार्टी के एक कार्यकर्ता ने बड़ा दावा किया है. कार्यकर्ता आशीष का दावा है की प्रभात पांडे प्रदर्शन के दौरान काफी अनकम्फर्टेबल महसूस कर रहा था. आशीष ने प्रभात को पानी ऑफर किया. लेकिन प्रभात ने पानी पीने से मना कर दिया और कहा की वो 2 मिनट आराम करेगा. उसके बाद आशीष प्रदर्शन में आगे की तरफ़ निकल गए.
बता दें कि मृतक प्रभात पांडे के परिजन चाचा मनीष ने लखनऊ के हुसैनगंज थाने में FIR दर्ज करायी और कहा की कांग्रेस दफ़्तर से उनके पास कॉल आया की उनका भतीजा प्रभात बेहोश पड़ा है, जिसके बाद उन्होंने अपने एक परिचित को कांग्रेस दफ़्तर भेजा और उस शख़्स ने प्रभात को देखने के बाद कॉल करके बताया कि प्रभात ठंडा पड़ा है. वहीं पर मौजूद लोग प्रभात को इनोवा कार से सिविल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने प्रभात पांडे को ब्रॉट डेड कहा. FIR में परिजन ने अज्ञात कारण से प्रभात पांडे की हत्या की बात कही है.
मृतक प्रभात पांडे गोरखपुर का रहने वाला था और लखनऊ में PG में रह कर पढ़ाई कर रहा था. मृतक प्रभात पांडे के परिजन ने लखनऊ के हुसैनगंज थाने में FIR दर्ज करायी है और प्रभात पांडे की हत्या की साजिश की बात कही है. साथ ही पुलिस से इस मामले जांच करने की मांग की है तो वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस पार्टी ने सीधे पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस की मारपिटाई की वजह से युवा कार्यकर्ता की मौत हुई है. लखनऊ पुलिस ने कांग्रेस के आरोप को सिरे से ख़ारिज किया है और कहा है की पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान बल प्रयोग नहीं किया है. मृतक प्रभात पांडे की बॉडी पर चोट के निशान नहीं है.