(www.arya-tv.com) लॉरेंस बिश्नोई को भारत में जरायम की दुनिया का अगर इस वक्त का सबसे बड़ा नाम कहें तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. क्योंकि, अबू सलेम, हाजी मस्तान, करीम लाला, वरदराजन मुदलियार, दाऊद इब्राहिम, बड़ा राजन, छोटा राजन, अरुण गवली, छोटा शकील और रवि पुजारी जैसे गैंग का या तो युग खत्म हो चुका है या फिर जेल में हैं या देश के बाहर से गैंग चला रहे हैं. लेकिन, लॉरेंस बिश्नोई ही ऐसा डॉन है, जो भारत में रहकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक गैंग चला रहा है. जिसका नेटवर्क कनाडा, तुर्की, पकिस्तान से लेकर अमेरिका तक फैल गया है. लेकिन UP-बिहार में भी अंडरवर्ल्ड और हिस्ट्रीशिटर क्रिमिनल का लंबा इतिहास रहा है.
आपको बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई ने वैसे तो कई मर्डर किए हैं और करवाए हैं. लेकिन, पिछले हफ्ते बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस का खौफ जरायम दुनिया में गोली की रफ्तार से दौड़ने लगा है. हैरान करने वाली बात यह है कि ठोक देने वाले प्रदेश और 10 रुपये और 20 रुपये में ही गोली मार देने वाले प्रदेश यूपी-बिहार में लॉरेंस बिश्नोई को लेकर क्रेज बढ़ सकता है. हालांकि, पहले से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग का यूपी-बिहार में नेटवर्क चल रहा था. इसका बड़ा कारण बगल में नेपाल है.
DON बनने का सफर होगा पूरा या रास्ते….
देश में क्रिमिनल और गैंगस्टर को लेकर फिर से बहस होने लगी है. सत्ता संरक्षित गैंगस्टर को लेकर लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें शुरू हो गई हैं. खासकर, पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के तीन बार के विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर दो पक्षों में वाद-विवाद शुरू हो गया है. देश की सोशल मीडिया में बिश्नोई के पक्ष में और विपक्ष में एक फौज खड़ी हो रही है. कोई बाबा सिद्दीकी की मौत को कुतर्को से सही ठहरा रहा है तो कोई इसे गलत.
सोशल मीडिया में किसका जलवा
सोशल मीडिया में जिस तरह से युवाओं में जरायम की दुनिया को लेकर रिएक्शन आ रहे हैं. इससे क्राइम मामलों के जानकार अच्छा नहीं मानते हैं. दिल्ली पुलिस के बीते 30 सालों से क्राइम को कवर करने वाले राकेश रावत कहते हैं, ‘काफी सालों के बाद गैंगस्टर को लेकर इस तरह का क्रेज युवाओं में इस तरह का क्रेज देखने को मिल रहा है. एक गैंगस्टर का महिमामंडन इससे पहले इतने अच्छे से नहीं हो रहा था. शायद तब डिजिटल माध्यम नहीं था और टीवी या अखबारों में इतना तवज्जो नहीं मिलता था. लेकिन, अब तो हद हो गई है. एक शख्स आदमी को मार देता है और उसके पक्ष और विपक्ष में एक फौज खड़ी हो जाती है. सलमान खान से दुश्मनी नहीं बल्कि ये अवैध कमाई का एक जरिया बनयाा जा रहा है, जिसमें सरकार और बड़े लेवल के लोग भी शामिल हो सकते हैं.’
यूपी-बिहार में आएगा बहार?
जानकार बताते हैं कि यूपी-बिहार में श्रीप्रकाश शक्ला, छोटन शुक्ला, पप्पू देव, सुरजभान सिंह, अशोक सम्राट, मुन्ना शुक्ला, पप्पू यादव, अनंत सिंह और आनंद मोहन जैसे बाहुबली नेताओं का लंबा इतिहास रहा है. कई पुलिस की गोली से मरा तो कई बाहुबलियों ने जरायम की दुनिया छोड़कर राजनीति का रुख कर लिया. लॉरेंस बिश्नोई भी आने वाले दिनों में टारगेट पूरा करने के बाद जरायम की दुनिया को अलविदा कहकर राजनीति में प्रेवश कर सकता है.
हालांकि, यूपी-बिहार से अब लॉरेंस को टक्कर मिलने के संकेत मिल रहे हैं. पूर्णियां के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘यह देश है या हिजड़ों की फौज. एक अपराधी जेल में बैठ चुनौती दे लोगों को मार रहा है, सब मुकदर्शक बने हैं. कभी मूसेवाला, कभी करणी सेना के मुखिया. अब एक उद्योगपति राजनेता को मरवा डाला. कानून अनुमति दे तो 24 घंटे में इस लारेंस बिश्नोई जैसे दो टके के अपराधी के पूरे नेटवर्क को खत्म कर दूंगा.’