मन्नत पूर्ण होने पर प्रधान ने नहीं चढ़ाया प्रसाद, ऐसे हो गया 6 लाख रुपए का नुकसान

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(www.arya-tv.com)  यूपी के मथुरा में एक ऐसा मंदिर है, जिसमें विराजमान भगवान अपने भक्त को बेहद प्यार करते हैं. यह भगवान अपने भक्त की हर मनोकामना पूर्ण भी करते हैं. साथ ही भक्तों द्वारा मांगा गया मनवांछित फल भी हनुमान जी देते हैं, लेकिन उसके एवज में सिर्फ प्रसाद लेते हैं. अगर भक्त प्रसाद ना चढ़ाएं तो उस भक्त को काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है.

इस दिन मंदिर में लगता हैं भक्तों का तांता
बता दें कि भक्त भगवान की आराधना करता है. आराधना करने के साथ ही भगवान को खुश करता है. भगवान भी भक्त के भाव के भूखे होते हैं. अगर भक्त भाव से उनकी सेवा पूजा करे, तो भगवान उसकी हर मनोकामना पूर्ण करते हैं. ऐसे ही मथुरा से 10 किलोमीटर दूर स्थित एक गांव मघेरा है. यहां हनुमान जी का एक विशाल मंदिर है.

भक्त मंदिर परिसर में करते हैं भंडारा
मान्यता के अनुसार इस मंदिर में मंगलवार को सैकड़ों भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं. इस मंदिर की अपनी एक अलग मान्यता है. कहा जाता है कि यहां आने वाले हर भक्त की मुराद पूरी होती है, जो भक्त की मनौती पूर्ण होने के बाद यहां प्रसाद चढ़ाकर भंडारा करते हैं. वहीं, जो भक्त मनौती पूर्ण होने के बाद भंडारा या प्रसाद नहीं चढ़ाते हैं,  उसे भगवान हनुमान जी दंड देते हैं.

भक्तों की मनोकामना होती है पूर्ण
मान्यता है कि दंड में भारी नुकसान का भक्तों को करना पड़ता है. हनुमान मंदिर के महंत गोपाल दास उर्फ मोनी बाबा ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि यह सिद्ध पीठ हनुमान जी का मंदिर है. यहां पर मंगलवार को भक्तों का आना-जाना लगा रहता है. हनुमान जी का सबसे प्रिय बूंदी का लड्डू है, जो भी भक्त यहां मनौती लेकर आता है, उसकी मनौती पूर्ण होती है. प्रसाद के रूप में भक्त मनौती पूर्ण होने के बाद बूंदी के लड्डू मंदिर में चढ़ाता है.

गांव के प्रधान का हुआ था भारी नुकसान
मोनी बाबा ने यह भी बताया कि जिस भक्त की मनोकामना पूर्ण हो जाती है, तो वह यहां अपनी श्रद्धा के अनुसार भंडारा करता है और प्रसादी लगवाता है. जिस भक्त के मन में खोट होता है, उस भक्त को हनुमान जी अपने तरीके से दंड दे देते हैं. उसका भारी नुकसान हो जाता है.