मिनीमाता बांगो बांध खतरे के निशान से ऊपर, छोड़ा जा रहा हजारों क्यूसेक पानी, हसदेव नदी में आई बाढ़, अलर्ट जारी

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(www.arya-tv.com)  जिले सहित आसपास के पड़ोसी जिलों में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है जिसके चलते बागों बांध लबालब हो गया है. बांध का जलस्तर खतरे की निशानी के करीब पहुंच जाने से 6 गेट खोलकर हजारों क्यूसेक पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है. कोरबा और जांजगीर चांपा जिले के निचली बस्तियों को अलर्ट जारी कर दिया गया है वहीं, बांध के गेट से निकलती जलधारा को देखने के लिए सैलानी भी पहुंच रहे हैं.

कोरिया, चिरमिरी व कोरबा में लगातार बारिश से बांगो बांध 95 प्रतिशत से अधिक भर चुका है जिसके कारण गेट खोलने की नौबत आ गई. शनिवार की देर रात बांध के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने बांध के 6 गेट को खोल दिए है. इसके साथ लगभग 30000 क्यूसेक पानी हसदेव नदी में प्रवाहित किया जा रहा है तो वहीं, दूसरी ओर बांगो बांध में बने हाइडल प्लांट को भी पूरे रफ्तार से संचालित किया जा रहा है. बांगो बांध के गेट खुलने से हसदेव दर्री बैराज पर पानी का दबाव बढ़ने से इसके भी तीन गेट खोलकर पानी हसदेव नदी में छोड़ा जा रहा है.

पानी से बस्तियों में पैदा हुआ खतरा

दर्री बरॉज के एसडीओ शिवनारायण साय ने बताया कि रात 12 बजे के बाद 25 से 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया और आज 50 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़े जाने की संभावना बनी हुई है. नदी के तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को पहले ही अलर्ट किया जा चुका है कि वे सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं. पहले ही दर्री बैराज का गेट खोलने से निचली बस्ती में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. लगातार पानी छोड़ने से निचली बस्तियों में खतरा पैदा हुआ है अब बांगो बांध का गेट खुलने से निचली बस्तियों में पानी और भरने की संभावना है. इसके मद्देनजर जल संसाधन विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. दर्री बरॉज के ईई एसके तिवारी ने बताया कि बांगो बांध लगभग 92 प्रतिशत भर चुका है, जिसके कारण अभी 30 हजार क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है. इसके लिए 6 गेट खोले गए हैं. उन्होंने बताया कि सुबह तक गेट की ऊंचाई बढ़ाकर या दूसरे गेट खोलकर वर्तमान से ज्यादा मात्रा में पानी छोड़ा जाएगा ताकि जलभराव से बांध को नुकसान न पहुंचे.