(www.arya-tv.com) दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक अमेरिका में इतिहास का सबसे घातक विमान हादसा हुआ था। 7 हजार फीट की ऊंचाई पर एक जहाज आग का गोला बन गया था। जोरदार धमाके के साथ जहाज क्रैश हुआ और उसमें सवार 273 पैसेंजर्स जिंदा जलकर मर गए थे। उड़ान भरते ही जहाज के इंजन में आग लग गई थी, जिससे बायां विंग टूटकर अलग हो गया।
एक झटके में जहाज आग की लपटों के बीच क्रैश हो गया। जिस जगह जहाज क्रैश हुआ, वहं पैसेंजरों की जली हुई लाशें और सामान के साथ जहाज का मलबा बिखरा मिला। जांच में हादसे का कारण जहाज के स्ट्रक्चर में खामी बताई गई, जिस कारण इंजन में शॉर्ट सर्किट होने से आग लग गई। वहीं आग में जलकर कॉकपिट के इंस्ट्रूमेंट इतने खराब हो गए कि किसी और तरह की खामी का पता ही नहीं चल पाया।
लोकल फ्लाइट थी, शिकागो से लॉस एंजिल्स तक
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आज से 45 साल पहले 25 मई 1979 की सुबह अमेरिका में शिकागो के ओहारे इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लॉस एंजिल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी थी। मैकडॉनेल डगलस डीसी-10 का विमान था, जिसने रनवे से उड़ान भरी और 7 हजार फीट की ऊंचाई पर ही गया था कि जहाज का इंजन नंबर एक प्लेन से अलग हो गया। इसके बाद बायां विंग टूट कर रनवे पर ही गिर गया।
अचानक जोरदार ब्लास्ट हुआ और प्लेन के टुकड़े-टुकड़े हो गए। इंजन के अलग होने का कारण अमेरिकन एयरलाइंस में जहाज के रखरखाव में लापरवाही बरतने और इंजन को विंग से जोड़े रखने वाले जोड़ का क्षतिग्रस्त होना हादसे का कारण माना गया। उड़ान से पहले चेकिंग में भी खामी को इग्नोर किया गया। इसलिए विमान हादसे का शिकार हो गया। एयरलाइन की लापरवाही का खामियाजा 273 लोगों को जान देकर चुकाना पड़ा।
तबियत खराब होने से हादसे का शिकार होने से बची एक्ट्रेस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जहाज में 258 पैसेंजर्स और 13 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में जहाज में सवार 271 लोगों के अलावा गैराज के 2 कर्मचारी भी मारे गए थे। वहीं अभिनेत्री लिंडसे वैगनर को इस फ्लाइट में सवार होना था, लेकिन कुछ समय पहले ही उनकी तबियत खराब हो गई, इसलिए वे इसमें सवार नहीं हो सकीं।