(www.arya-tv.com) गुजरात के अहमदाबाद एयरपोर्ट से जो आतंकी पकड़े गए हैं। वे श्रीलंकाई मूल के हैं। सूत्रों से पता लगा है कि इन आतंकियों को अहमदाबाद से किसी टारगेटेड लोकेशन पर भेजा जाना था। पाकिस्तान के एक हैंडलर के आदेश का ये लोग इंतजार कर रहे थे। इन आतंकियों को हथियार भी अलग से मुहैया करवाने थे। सूत्रों से पता लगा है कि एनक्रिप्टेड चेट्स एटीएस को इन आतंकियों के फोन से मिली है। आतंकियों की पहचान 33 साल के मोहम्मद नुसरत, 35 साल के मोहम्मद फारीश, 27 साल के मोहम्मद नफरान 43 साल के मोहम्मद रशदीन के तौर पर हुई है।
चारों आईएसआईएस आतंकियों से लगातार गुजरात एटीएस पूछताछ कर रही है। लेकिन 21 और 22 अप्रैल को अहमदाबाद में होने वाले आईपीएल मैचों से पहले आतंकियों का पकड़ा जाना कहीं न कहीं सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है। अभी इन आतंकियों से लगातार पूछताछ हो रही है। वाकई इन आतंकियों के मंसूबे क्या थे? इसके बार में अभी सटीक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। लेकिन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस और भी अलर्ट हो गई है।
कहीं कोई और आतंकी पुलिस की नजर से बच तो नहीं गया, क्या इनको लोकल हैंडलर से मदद मिली? इसको लेकर लगातार पुलिस काम कर रही है। एयरपोर्ट पर फिलहाल हाई अलर्ट जारी किया गया है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले भी गुजरात के 16 स्कूलों को बम से उड़ाने कि धमकी पुलिस को ईमेल के जरिए मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने अभियान चलाकर स्कूलों की जांच की थी। पुलिस ने कई जगह अलर्ट जारी किया था, लेकिन कोई संदिग्ध चीज नहीं मिली थी।
चेन्नई के रास्ते आतंकी पहुंचे अहमदाबाद
एटीएस इस बात का पता भी लगाने में जुटी है कि ये आतंकी इससे पहले यहां आ चुके हैं या नहीं? लोकल इनका कौन जानकार था? बताया जा रहा है कि श्रीलंकाई मूल के आतंकी पहले चेन्नई आए थे। बाद में वहां से अहमदाबाद पहुंचे। इससे पहले 6 मई को अहमदाबाद के 36 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। जिसके बाद 12 मई को भी अहमदाबाद एयरपोर्ट को उड़ा देने की धमकी आई थी। पुलिस के अनुसार सभी ईमेल पाकिस्तान से भेजे गए थे। पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने कहा था कि सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधिकारिक ईमेल आईडी किसी अज्ञात ने मैसेज भेजा था।