(www.arya-tv.com) संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज ‘हीरामंडी’ में शेखर सुमन के रोल को खूब सराहा गया है। इसके बाद एक्टर ने 7 मई को बीजेपी में शामिल होकर राजनीति में वापसी की। हालांकि अब एक्टर को लेकर बड़ी खबर आ रही है। जी हां, शेखर का कहना है कि वो राजनीति में नहीं रहना चाहते और वो इसे छोड़ देंगे। शेखर के इस बयान से खलबली-सी मच गई है। अभी तो एक्टर ने राजनीति में वापसी की थी, फिर इतनी जल्दी उन्होंने इसे छोड़ने की बात क्यों कही है? आइए आपको बताते हैं कि शेखर ने क्या-क्या कहा है?
राजनीतिक उथल-पुथल का हिस्सा नहीं बनना
हाल ही में न्यूज18 शोशा को शेखर ने एक इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं एक एक्टर हूं और वही रहना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं ना तो किसी बहस में पड़ना चाहता और ना ही किसी राजनीतिक उथल-पुथल का हिस्सा बनना चाहता हूं। मैं कोई राजनेता भी नहीं हूं और इसलिए मैं पॉलिटिक्स में रहना भी नहीं चाहता। हालांकि अगर मैं इसमें हूं तो मैं राजनीति में रहकर वो करना चाहता हूं, जो मुझे करना है।
टाइम लीमिट भी सेट कर ली
हीरामंडी एक्टर ने आगे कहा कि ऐसा नहीं है कि अगर मैं इसे नहीं कर पाया तो इसके साथ रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने खुद से एक वादा किया है अगर वो पूरा नहीं होता, तो मैं इसे छोड़ दूंगा और इसके लिए मैंने एक टाइम लीमिट भी सेट कर ली है। यहां आने का मेरा एक बहुत अहम कारण है और वो है सेवा करना और अगर यहां रहकर मैं वहीं नहीं कर पाऊंगा, तो मेरा यहां रहने का कोई मतलब नहीं है। शेखर ने कहा कि मेरा मानना है कि जब आप पॉजिटिव सोच के साथ आते हैं, तो भगवान भी आपकी मदद करते हैं।
‘जुल्फीकार’ के किरदार से चर्चा में
बता दें कि इन दिनों शेखर सुमन, ‘जुल्फीकार’ के लिए चर्चा में बने हुए हैं। लोगों को एक्टर का काम बेहद पसंद आया और दर्शक उनकी खूब तारीफ कर रहे हैं। इसके अलावा शेखर ने हाल ही में संजय लीला भंसाली की भांजी शर्मिन सहगल की ट्रोलिंग पर भी रिएक्शन दिया था। जी हां, इस पर उन्होंने कहा था कि शायद एसएलबी ने इसके बारे में नहीं सोचा होगा। शेखर ने कहा था कि शर्मिन सहगल एक यंग लड़की है और इस तरह की ट्रोलिंग उन्हें बर्बाद कर सकती है। साथ ही उन्होंने लोगों से भी सहज होने के लिए कहा है। बता दें कि हीरामंडी में शर्मिन सहगल की एक्टिंग को लेकर लोगों ने उन्हें निशाने पर ले लिया है।