एसआईटी की जांच में दोषी पाए गए 30 शिक्षकों को बर्खास्त करने के लिए आदेश दिए गए हैं। इस खबर के बाद शिक्षकों में हड़कम्प मच गया है। फिरोजाबाद में एसआईटी जांच के मामले 2004-05 में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्री से नौकरी पाने वाले तीस शिक्षकों को नौकरी से बर्खास्त किया गया है। फर्जीवाडे की सूची में शामिल जिले के 163 शिक्षकों की एसआईटी जांच चल रही है।
इनमें 24 शिक्षक पहले बर्खास्त किए जा चुके हैं लेकिन बाद में उनकी कोर्ट के आदेश पर बहाली हो गई थी। वर्ष 2007-08 में इन शिक्षकों की नौकरी लगी थी। अब 30 और शिक्षकों की बर्खास्ती से हड़कंप मच गया है।
गौरतलब है कि जनपद में 161 फर्जी शिक्षकों की सूची एसआईटी में भेजी गई थी। इन शिक्षकों ने डॉ. भीमराम आंबेडकर यूनिवर्सिटी ने वर्ष 2004-05 में फर्जी तरीके से बीएड की थी अथवा अंक बढ़वाए थे। इनमें से बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 24 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका था।
20 शिक्षक पूर्व में हाईकोर्ट से राहत ले आए थे और स्कूल में पढ़ाने पहुंच रहे थे। वहीं अब नारखी ब्लाक में तैनात शिक्षक चंद्रपाल सिंह, एका ब्लॉक में तैनात अजय कुमार और ममता को हाईकोर्ट से राहत मिल गई है। सिर्फ एक शिक्षक बर्खास्त चल रहा है। फर्जीवाड़े में बर्खास्त हो चुके 24 में से 23 शिक्षकों को मिली राहत से शेष बचे 130 से अधिक फर्जी शिक्षक राहत महसूस कर रहे हैं। अभी तक उनके चेहरों पर चिंता की लकीरें थीं।
