(www.arya-tv.com) भारतीय एतिहास में यह पहली एक मुख्य ट्रेन है जो प्राईवेट है, पहली बार लखनऊ से दिल्ली के लिए प्राइवेट फर्म के जरिए इस ट्रेन को 5 अक्तूबर से चलाना शु्रू किया गया, मुख्य तौर पर इसमें दी जाने वाली सुविधाएं, सवारियों को कई तरह का भोजन देना, साथ में 25 लाख का बीमा, ट्रेन देर होने पर मुआवजा लेने की सुविधा भी दी जा रही है।
देश की पहली प्राइवेट ट्रेन ने अपना शानदान प्रर्दशन किया है केवल 21 दिनों में 85 प्रतिशत तक भरी रही सवारियां, औसत 80 से 85 प्रतिशत तक बिक गई टिकट।
तेजस ने एक महीने में 3.70 करोड़ रुपये कमाए है, जिसमें 70 लाख का मुनाफा हुआ है, यानी की कुल 20 प्रतिशत तेजस ने कमाए हैं।
तेजस को भारतीय रेलवे कैटरिंग व पर्यटन निगम आईआरसीटीसी ने प्राइवेट फर्म के साथ हफते में छह दिन चलाने के लिए दी गई था।
दिल्ली-लखनऊ के बीच 5 से 28 अक्तूबर के दौरान इस ट्रेन को 21 दिन चलाया गया। इस पर प्रति दिन 14 लाख रुपये लागत आई, वहीं 17.5 लाख रुपये की कमाई सवारियों से हुई।
