(www.arya-tv.com) परीक्षा पे चर्चा का ये 7वां एडिशन था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों से बात की. 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षा से पहले पीएम के ये मंत्र काफी पसंद किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “परीक्षा पे चर्चा” के दौरान बच्चों को स्वस्थ्य रहने के अपने अनुभव साझा किए. इस दौरान उन्होंने बताया कि स्वस्थ्य रहने के लिए प्रॉपर नींद बेहद जरूरी है. सिर्फ पढ़ाई ही जरूरी नहीं है. पढ़ाई के साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए. खासतौर पर सनलाइट में भी बैठना जरूरी है और शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए एक्सरसाइज भी जरूरी है.
पीएम मोदी ने कहा कि जब भी वो बिस्तर पर जाते हैं तो 30 सेकंड में गहरी नींद में चले जाते हैं. यानी स्वस्थ्य रहने के लिए नींद का महत्वपूर्ण योगदान है. पीएम में मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल पर भी बच्चों को सचेत किया. पीएम ने कहा कि रील देखने के चक्कर में कई बार घण्टों घण्टों बीत जाते हैं पता ही नहीं चलता. पीएम मोदी ने अपनी स्पीच की शुरुआत में भारत मंडपम का जिक्र किया. पीएम ने बच्चों से कहा कि जिस जगह आप बैठे हैं उस जगह दुनियां के दिग्गज नेता भविष्य पर चर्चा करके गए हैं. यानी ये खास जगह है जहां पर ये परीक्षा पे चर्चा का ये 7वां संस्करण है.
पीएम ने दिए कई सवालों के रोचक जवाब
स्टूडेंट – आप अपने बिजी लाइफ़ में कैसे सकारात्मक रहते हैं.
पीएम मोदी – मुझे अच्छा लगा कि आप लोगों को पता है कि प्रधानमंत्री को कितना कुछ प्रेशर झेलना पड़ता है. मेरी प्रकृति है कि मैं हर चुनौती को चुनौती देता हूं. चुनौती जाएगी और स्थितियां सुधर जाएगी इसका मैं इंतजार नहीं करता. मेरे भीतर एक बड़ा कांफिडेंस है. कुछ भी हो 140 करोड़ देशवासी मेरे साथ हैं. अगर 100 मिलियन चुनौतियां हैं तो बिलियन से बिलियन उसके समाधान हैं. मुझे पता है कि मेरे देश के लोग साथ हैं. सामर्थ्यवान हैं. मुझे लगता है कि 140 करोड़ हैं संभल जाएगा. चुनौती से लड़ने के लिए आगे मुझे रहना होगा लेकिन सब संभल जाएगा.
ओमान से छात्रा डानिया और दिल्ली के बुराड़ी से छात्र मोहम्मद ने तनाव को लेकर सवाल पूछा कि कैसे तनाव दूर कर सकते हैं.
PM मोदी:- दबाव को मन से जीतना है पहले खुद को तैयार करें.
गुजरात की छात्र दृष्टि चौहान और केरल की स्टुडेंट स्वाति ने दोस्तों के साथ प्रतिस्पर्धा से निजात पाने का जवाब चाहा.
पीएम मोदी ने कहा कि – प्रतियोगिता हेल्दी हो लेकिन विकृत प्रतिस्पर्धा नहीं होना चाहिए. परिवार में भी तुलना करना बंद करें ये खतरनाक है. दोस्तों से द्वेष ना पालें बल्कि प्रेरणा लें.
आंध्र प्रदेश सम्पत राओ (शिक्षक) की भूमिका असम बंटी मेथी (शिक्षक) भूमिका क्या हो ?
पीएम मोदी -:शिक्षक भी बच्चों को वक़्त वक्त पर सराहें और उनके पैरेन्ट्स मिले तो परिवार भी खुश होगा अपनी ज़िम्मेदारी भी समझेगा.
त्रिपुरा और छत्तीसगढ़ के छात्रों के सवाल आए कि घबराहट से पेपर में गलती करना कैसे दूर करें?
पीएम मोदी :- हल्काफुल्का अंदाज़ में हंसे और कहा परीक्षा में जाते समय शांत होकर जाएं. लिखने की प्रैक्टिस करें ताकि आदत बनी रहे. जिसके बाद ऑडिटोरियम में मौजूद लोगों ने जमकर तालिया बजायीं.
वश्री ( छात्रा ):- माता पिता को कैसे भरोसे में लें?
पीएम मोदी :- भरोसा पैदा करें छात्र भी और परिवार भी भरोसा रखें…शिक्षकों को भी छात्रों के साथ समान व्यवहार रखना चाहिए…सहज़ वातावरण बनाएं.
सवाल – स्ट्रेस से कैसे बचें और आपकी तरह सकारात्मक कैसे बनें?
PM मोदी :-संकट के समय परिस्तिथि से भागे नहीं, ना समय बदलने का इंतज़ार करें, हर चुनौती को चुनौती दें. सामर्थ्य बढ़ाइए, उदाहरण अपना देते हुए कहा की मैं संकट से डरता नहीं सामर्थ्य बढ़ाने में विश्वास रखता हूं. कोविड के वक़्त भी मैंने यही किया थाली बजाना, दिया जलाना ये सब कोविड ख़त्म नहीं करता लेकिन जो जो किया उसने लड़ाई के लिए शक्ति प्रदान किया, निराश नहीं होना ये तय कर लें…मुझे सब आपके लिए करना…मैं नहीं चाहता कि जिन मुश्किलों से आपके माता-पिता और परिवार को गुजरना पड़ा वो आप पर ना गुज़रे.
सरकार की उपलब्धियां
पीएम मोदी ने कहा कि हर सरकार को गरीबी के संकट से जूझना पड़ा लेकिन मैं डर डर के नहीं बैठा. मेरी जिम्मेदारी बनी तो पक्का घर दे दिया, आयुष्मान योजना दे दिया, पानी और बिजली दे दिया. 10 साल के कार्यकाल मे 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. जिनके लिए आप कर रहे हैं उनपर भरोसा होना चाहिए. गलती हो जाय तो मैं मानकर चलता हूं कि मेरे लिए लेसन है. कोविड के समय ही रोज टीवी पर आया कभी ताली बजाने को कहा कभी थाली बजाने को कहा. इससे कोरोना ठीक नहीं होता लेकिन इससे लड़ने के लिए सामूहिक सामर्थ्य होता है. अच्छी सरकार चलाने के लिए नीचे से उपर तक सही जानकारी आनी चाहिए और ऊपर से नीचे सही गाइडेंस होना चाहिए. निराशा के सभी दरवाजे बंद कर रखें हैं. मैंने निराशा के लिए कोई कोना तक नहीं छोड़ा है. मेरा क्या, मुझे क्या इससे मुझे कोई लेना देना नहीं है. सिर्फ और सिर्फ मुझे देश के लिए करना है. पॉजिटिव थिंकिंग की बड़ी ताकत होती है.