राम मंदिर में अद्भुत चमत्कार! अचानक पहुंच गए पवन पुत्र बजरंगबली, सुरक्षाकर्मी भी रह गए हैरान

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(www.arya-tv.com) प्रभु राम की नगरी अयोध्या अपने राम के रंग में रंगी नजर आ रही है. चारों तरफ त्रेता का नजारा दिख रहा है. लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य प्रभु राम का लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन पूजन कर रहे हैं. देश ही नहीं विदेश के भी राम भक्त भी धर्मनगरी अयोध्या पहुंचकर प्रभु राम का भव्य दर्शन कर भाव विभोर हो रहे है. भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद जहां लाखों की संख्या में राम भक्त दर्शन पूजन कर रहे हैं तो वहीं अचानक कल शाम लगभग 6:00 बजे के आसपास राम मंदिर परिसर में उनके परम भक्त पवन पुत्र बजरंगबली भी गर्भ ग्रह में प्रभु राम का दर्शन पूजन करने पहुंचे. इस बात की जानकारी खुद राम मंदिर ट्रस्ट दे रहा है.

आपको बताते चले लाखों की संख्या में पहुंचे रामभक्त जैसे-जैसे प्रभु राम के गर्भ ग्रह में दर्शन पूजन कर रहे थे. वैसे शाम को लगभग 6:00 बजे अचानक एक बंदर राम मंदिर के दक्षिणी द्वार से गुण मंडप होते हुए गर्भ ग्रह में पहुंच गया. उस दौरान उत्सव मूर्ति के पास खड़ा होकर प्रभु राम से प्रार्थना करने लगा. वहां खड़े सुरक्षाकर्मी ने जब उस बंदर को देखा तो सुरक्षा कर्मी भी हैरान हो गए. हालांकि सुरक्षा कर्मी को यह अंदेशा था की कही इस बंदर ने उत्सव मूर्ति को जमीन पर ना गिरा दे. लेकिन जैसे ही पुलिसकर्मी बंदर की ओर दौड़ लगाते वैसे ही बंदर चुपचाप शांत अपने प्रभु की भक्ति में ली नजर आने लगा उसके बाद चुपचाप शांत भाव से उतरी द्वार की तरफ बंदर जाने लगा. जहां द्वार बंद होने के कारण पूर्व दिशा की ओर बढ़ा जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु का जमावड़ा था. बिना किसी को कष्ट पहुंचा बंदर पूर्वी द्वार होते हुए बाहर निकल गया. मौजूद सुरक्षा कर्मी की माने तो ऐसा लग रहा था. जैसे प्रभु राम का दर्शन करने के लिए स्वयं बजरंगबली हनुमान आए हो.

“राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिन पैसारे”
रामायण में आपको परम भक्त हनुमान और प्रभु राम की भक्ति का गुणगान देखने को मिल जाएगा. धार्मिक मान्यता के मुताबिक जब प्रभु आप अपने धाम को जाने लगी तो हनुमान जी को अयोध्या का राजा बना दिया था.तुलसीदास जी भी रामचरितमानस में लिखते हैं कि “राम दुआरे तुम रखवारे, होत न आज्ञा बिन पैसारे” अर्थात प्रभु राम का दर्शन पूजन करने के पहले अयोध्या में हनुमान जी की आज्ञा लेनी पड़ती है और हनुमान जी को यहां का राजा माना जाता है.