(www.arya-tv.com) मां-बेटे के लिप-लॉक करने का वीडियो सामने आने के बाल संरक्षण आयोग ने आपत्ति जताई, जिसपर एक्शन लेते हुए महाराष्ट्र पुलिस ने यूट्यूबर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. एफआईआर में यूट्यूब के भारतीय प्रतिनिधि का भी नाम शामिल है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोगन ने 8 जनवरी को महाराष्ट्र पुलिस के साइबर सेल को नोटिस जारी कर जांच करने के आदेश दिए थे.
आयोग ने बताया था कि यूट्यूब पर एक परेशान करने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें चैलेंज के नाम पर संभावित रूप से अश्लील वीडियो बनाया जा रहा है और फिर इसे यूट्यूब पर शेयर भी किया जा रहा है. इस कथित चैलेंज में नाबिलग बच्चे और मां भी शामिल हैं. अधिकारी ने कहा कि एनसीपीसीआर को `XXXX Vlogs’ नाम का एक ऐसा चैनल मिला था, जिसने एक परेशान करने वाला वीडियो प्रसारित किया था. उन्होंने बताया कि साइबर सेल के अधिकारियों ने जांच शुरू की और पाया कि चैनल का संचालन महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक निवासी द्वारा किया जा रहा था.
यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 15 (बच्चे से जुड़ी अश्लील सामग्री का भंडारण), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67B (बच्चों को यौन कृत्यों में चित्रित करने वाली सामग्री का प्रकाशन या प्रसारण) और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया था. चैनल,उसके संचालक, वीडियो में दिखाई देने वाली महिला और “यूट्यूब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म” के भारत प्रतिनिधि के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (इलेक्ट्रॉनिक मोड द्वारा यौन उत्पीड़न) की धारा.अधिकारी ने बताया कि मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस बीच, आयोग ने अपने पत्र पर महाराष्ट्र सरकार की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की. एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसे अन्य राज्यों से भी इसी तरह की त्वरित प्रतिक्रिया की उम्मीद है.