(www.arya-tv.com) राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की घड़ी ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, इसको लेकर तैयारियां भी जोर पकड़ रही है। अयोध्या में 22 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी खुद उपस्थित रहेंगे।
इस बीच, अपने बयानों के लिए हमेशा चर्चा में रहने वाले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक ऐसा बयान दिया है जिसपर वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के निशाने पर आ गए हैं।
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब दिग्विजय ने राम मंदिर को लेकर कोई सवाल उठाया हो। राम मंदिर के भूमिपूजन के वक्त भी उन्होंने सवाल उठाए थे और पूजन के वक्त को अशुभ बताया था। इस बार उन्होंने रामलला की पुरानी मूर्ति को लेकर सवाल पूछे हैं।
2020 में किया था भूमिपूजन को लेकर ट्वीट
दिग्विजय सिंह ने 3 अगस्त 2020 को सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा कि मंदिर के भूमिपूजन के लिए हिंदू धर्म की मान्यताओं को नजरअंदाज किया गया है। यही नहीं, उन्होंने इसके साथ ही गृह मंत्री अमित शाह और राम मंदिर के पुजारी के कोरोना संक्रमण को भी इसी से जोड़ दिया था।