माॅडिफिकेशन से हाई-फाई तो दिखेगी गाड़ी, लेकिन ना सर्विस मिलेगी ना मेंटेनेंस, कार हो जाएगी ‘ऑउट ऑफ वारंटी’

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(www.arya-tv.com) नई कार खरीदने की खुशी अलग ही होती है. कई लोग नई कार खरीदते ही उसमें मॉडिफिकेशन करवा लेते हैं. भीड़ से कार को अलग दिखाने की ये ललक कई बार आपके फायदे से ज्यादा नुकसान कर डालती है. मॉडिफिकेशन के बाद लोगों को सबसे ज्यादा समस्या कार की वारंटी को लेकर आती है. अगर आपने अपनी कार में अवैध मॉडिफिकेशन करवाया है तो इससे न केवल आपकी कार को नुकसान है बल्कि आपकी कार की वारंटी भी चली जाती है.

अगर कार की वारंटी कैंसिल हो जाए तो आपको सर्विसिंग से लेकर किसी पार्ट्स को बदलवाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं, कार का एक्सीडेंट होने पर इंश्योरेंस कंपनी क्लेम देने से भी मना कर सकती है. इस मसले पर हमारी टीम ने ऑल इंडिया ऑटोमोबाइल वर्कशॉप ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रांत मोहन से बात की. यहां हम उसी बातचीत के आधार पर मॉडिफिकेशन से कार की वारंटी खत्म होने के संबंध में आपसे जानकारी साझा कर रहे हैं. आइए जानते हैं…

1. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से छेड़छाड़
कार के किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में बदलाव या वायरिंग में छेड़छाड़ आपको महंगा पड़ सकता है. कई लोग नई गाड़ी के अंदर एम्बिएंस लाइट लगवा लेते हैं जिसके लिए कार की वायरिंग में बदलाव करना पड़ता है. आपको बता दें कि इससे कार की वारंटी खत्म हो सकती है. कार में म्यूजिक सिस्टम, वूफर या स्पीकर लगवाते समय में वायरिंग में बदलाव कर दिया जाता है जिससे वारंटी खत्म हो सकती है. कार के इंजन और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम की वायरिंग में छेड़छाड़ से अन्य उपकरणों के भी खराब होने का रिस्क होता है.

2. बॉडी/चेसिस मॉडिफिकेशन
मोटर वाहन अधिनियम 1989 के अनुसार कार के ढांचे में बदलाव को गैरकानूनी माना गया है. यानी अगर कार में कुछ ऐसा मॉडिफिकेशन किया जाए जिससे कार का आकार ही बदल जाए या कार पूरी तरह किसी दूसरे वाहन में ही तब्दील हो जाए तो इससे वारंटी समाप्त हो सकती है. इतना ही नहीं, एक्सीडेंट होने पर या कोई गड़बड़ी आने पर इंश्योरेंस कंपनी आपको क्लेम भी नहीं देगी. कई लोग कार का बंपर, बोनट और लाइट भी बदलवा लेते हैं, ऐसा करने पर भी वारंटी खत्म हो सकती है.

3. इंजन मॉडिफिकेशन भी पड़ेगा भारी
कार के इंजन में भी बदलाव कार की वारंटी को ले डूबेगा. कई महत्वाकांक्षी लोग कार की परफॉरमेंस को बूस्ट करने के लिए इंजन में टर्बो चार्जर लगवा लेते हैं. आजकल इंजन को ट्वीक करवाने का चलन भी बढ़ गया है. यह एक महंगा शौक है जिससे कार थोड़ा ज्यादा पॉवर तो देती है, लेकिन अगर कार नई है तो इससे वारंटी चली जाएगी.