(www.arya-tv.com) कानपुर: गीता और वैदिक साहित्य को बढ़ावा देने के लिए कानपुर विश्वविद्यालय में शोधपीठ की स्थापना की जाएगी. इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं 20 दिसंबर को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में श्रीमद् भागवत गीता एवं वैदिक साहित्य शोध पीठ की स्थापना की जाएगी. इस शोध पीठ के माध्यम से छात्र-छात्राएं गीता पर शोध कर सकेंगे और वैदिक साहित्य को लेकर भी लोगों को नई-नई जानकारियां मिल सकेगी.
कानपुर विश्वविद्यालय लगातार भारत की संस्कृति और वैदिक साहित्य को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है. कानपुर विश्वविद्यालय में कई ऐसे कोर्स भी संचालित किया जा रहे हैं. जिसमें ज्योतिष विद्या समेत गीता रामायण जैसे साहित्य पर शोध कार्य करने के लिए तैयारी की जा रही थी. वही अभी शोध पीठ के बन जाने से बड़ी संख्या में छात्राओं और शोधार्थियों को मौका मिलेगा कि वह गीता और वैदिक साहित्य पर शोध कर सके और नई-नई जानकारी और वैदिक ज्ञान कोष को बढ़ावा दे सकें.
वैदिक साहित्य को बढ़ावा दे रहा विश्वविद्यालय
कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने बताया कि 20 दिसंबर को गीता एवं वैदिक साहित्य की स्थापना होने जा रही है. जिसके तहत कानपुर विश्वविद्यालय और वैदिक साहित्य एवं सुसंस्कृत राष्ट्र निर्माण को समर्पित संस्था पालीवाल के बीच कार भी होगा. इसके बाद यहां पर गीता से संबंधित विधिवत अध्ययन शुरू हो सकेगा. इसके साथ थी छात्राएं इस पर शोधकर भी कर सकेंगे और वैदिक साहित्य को बढ़ावा मिलेगा तरह-तरह के वैदिक साहित्य का प्रकाशन भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा ताकि देश स्तर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गीता और अन्य वैदिक साहित्य को बढ़ावा मिल सके.