सुबह की एक कप कॉफी सिर्फ आपकी सुस्ती ही नहीं भगाती बल्कि कैंसर जैसे घातक बीमारी से भी आपको बचाती है। क्वीन यूनिवर्सिटी के अध्ययन के अनुसार जो लोग कॉफी पीते हैं उन लोगों में लीवर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का जोखिम आधा हो जाता है। जाने कॉफी पीने से कैसे नहीं होता लीवर कैंसर…
करीब पांच लाख लोगों पर हुए इस अध्ययन में यह बात सामने आई है कि कॉफी पीने से लीवर कैंसर का खतरा 50 फीसदी कम हो जाता है। अध्ययन में शामिल लोगों में से तीन चौथाई लोग नियमित तौर पर कॉफी का सेवन करने वाले थे। इस अध्ययन से जुड़े डॉक्टर मैकमेनिन का कहना है कि कॉफी पीने से स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ता है। कॉफी पीने वाले लोगों को लीवर कैंसर जैसी घातक बीमारी होने का जोखिम कम रहता है।
इस अध्ययन से जुड़े लेखक किम ट्रान का कहना है कि कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट और कैफीन होते हैं जो कि कैंसर से बचाव करते हैं। हालांकि सिर्फ कॉफी पीने से ही लीवर कैंसर से बचाव हो जाएगा ऐसा भी नहीं है, इसके लिए जीवनशैली में सुधार करने से लेकर स्मोकिंग और एल्कोहल के सेवन भी बंद करना होगा।
हालांकि इससे पहले के अध्ययनों में कॉफी पीने के फायदे और नुकसान दोनों ही बताए गए हैं। मार्च 2007 में जर्नल ऑफ पेन ने अपने अध्ययन में कहा था कि कॉफी पीने से मांसपेशियों का दर्द कम होता है। इसमें बताया गया था कि दो कप कॉफी पीने से जिम करने के बाद मांसपेशियों में होने वाला दर्द 48 फीसदी तक कम होता है।
जर्नल ऑफ एग्रीकल्चर और फूड केमिस्ट्री का कहना था कि एक कप कॉफी में 1.8 ग्राम फाइबर होता है। इसी वजह से कॉफी पीने से शरीर में फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा कॉफी पीने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा भी कम रहता है।
अल्जाइमर से भी बचाती है कॉफी
कॉफी अल्जाइमर की बीमारी से भी बचाती है। यूरोपीयन जर्नल ऑफ न्यूट्रोलॉजी की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉफी में मौजूद कैफीन से अल्जाइमर की रोकथाम होती है।
कॉफी पीने से अवसाद भी दूर होता है। यह भी देखा गया है कि कॉफी पीने वाले लोगों में आत्महत्या का खतरा भी कम रहता है। हालांकि यह भी सच है कि कॉफी के ज्यादा सेवन से घबराहट भी बढ़ जाती है। शोधों में यह भी सामने आया है कि ज्यादा कॉफी पीने से ब्लड प्रेशर में भी इजाफा होता है। लेकिन अगर कॉफी सीमित मात्रा में पी जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है।
