(www.arya-tv.com) लखनऊ. उत्तर प्रदेश में इंडो-नेपाल बॉर्डर पर स्थित 108 मदरसों में विदेशी फंडिंग के सबूत मिलने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. एसआईटी जांच में विदेशी फंडिंग के सबूत मिलने के बाद सभी ऐसे मदरसों से सालाना आय-व्यय का ब्यौरा और बैंक खातों की डिटेल मांगी गई है. मिल रही जानकारी के मुताबिक खाड़ी देशूं से 150 करोड़ रुपए शिक्षा के प्रचार-प्रसार के नाम पर भेजी गई है. अब इस रकम का इस्तेमाल कहां हुई, इसकी एसआईटी जांच कर रही है.
दरअसल, प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसों में विदेशी फंडिंग की जांच के लिए गृह विभाग को पत्र लिखा था. जिसके बाद एसआईटी गठित कर जांच की गई तो इंडो-नेपाल बॉर्डर पर स्थित 108 मदरसों में खाड़ी देशों से बड़ी रकम शिक्षा के प्रचार-प्रसार के नाम पर भेजी गई. अब एसआईटी ख़ुफ़िया विभाग की मदद ले रही है कि इतनी बड़ी रकम का इस्तेमाल कहां किया गया.
एसआईटी ने अब सभी ऐसे मदरसों से सालाना आय-व्यय और बैंक डिटेल्स की जानकारी मांगी है. अब देखना यह है कि एसआईटी की जांच में क्या निकलकर सामने आता है.गौरतलब है कि पिछले दिनों योगी सरकार ने प्रदेश में अवैध मदरसों की जांच करवाई थी. अब सरकार की तरफ से स्थायी मदरसों की जांच के भी आदेश दिए गए हैं. जिसमें यह पता लगाया जाएगा कि वहां शिक्षा के लिए क्या-क्या सुविधाएं मौजूद हैं. बिल्डिंग कैसी है और शिक्षकों की संख्या कितनी है.