(www.arya-tv.com) .उत्तर प्रदेश के बस्ती सदर तहसील में तैनात 25 हजार के इनामी नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है. नायब तहसीलदार पर अपनी सहकर्मी महिला नायब तहसीलदार से दुष्कर्म और हत्या करने के प्रयास का मुकदमा बीते 16 नवंबर को दर्ज हुआ था. जिसके बाद से नायब तहसीलदार फरार हो गए थे. पुलिस की 6 टीमें आरोपी की तलाश में लगाई गई थी. कोतवाली पुलिस ने बस्ती रोडवेज से आरोपी नायब तहसीलदार को अरेस्ट कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है. अभियुक्त नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला ने गिरफ्तारी के बाद कहा कि मैं भाग नहीं रहा था, मेरी तबीयत खराब थी और मैं अवकाश पर था. सभी आरोप निराधार है और जांच चल रही है.
बता दें कि पूरा घटनाक्रम बीते 12 नवंबर की रात का है, जब नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला अपनी सहकर्मी महिला नायब तहसीलदार के घर में आधी रात को घुस गए थे. जिसके बाद पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को बीते 15 नवंबर को तहरीर देकर अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया. कोतवाली पुलिस ने 17 नवंबर की पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया. पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ धारा 376, 307, 511, 452, 323, 504, 354 के तहत मुकदमा दर्ज किया.
पीड़िता ने तहरीर में आरोप लगाया था कि घनश्याम शुक्ला रात में 1 बजे पीछे के दरवाजे को तोड़कर घर में घुस गए. घर में घुस कर पहले थप्पड़ से पीटा, उसके बाद जबरन दुष्कर्म का प्रयास करने लगे. जब मैने इसका विरोध किया तो मेरा गला दबा कर हत्या का प्रयास किया. शरीर के कई हिस्सों पर दांत से काटा. घटना के बाद मैं डरी सहमी तीन दिन तक घर में बंद रही. उसके बाद छुट्टी लेकर घर गई और परिजनों से पूरी घटना के बारे में बताया. जिसके बाद परिजनों ने आगे बढ़ कर मामले की शिकायत कोतवाली पर दर्ज कराई. एएसपी दीपेंद्र चौधरी ने बताया कि 17 दिसंबर को घनश्याम शुक्ला के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. अभियुक्त घनश्याम शुक्ला को रोडवेज तिराहे के पास से अरेस्ट किया गया है.