(www.arya-tv.com) आगरा में शनिवार को एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. आगरा जिला मुख्यालय पर डीएम ऑफिस के बाहर हाथ में एक पर्चा लिए एक बुजुर्ग पंहुचा. इस पर्चे पर लिखा है “मैं जिंदा हूं” जानकारी करने पर पता चला कि लगभग 70 साल के इस बुजुर्ग का नाम दीनानाथ यादव है और वह आगरा के नगला हंसराज धरैरा, विकासखंड एत्मादपुर का रहने वाला है. दीनानाथ अपने जिंदा होने के सबूत लेकर जिलाधिकारी ऑफिस के चक्कर काट रहा है.
दरअसल, पूरा मामला पेंशन से जुड़ा है. दीनानाथ यादव का आरोप है कि पिछले 8 महीनों से उसकी पेंशन नहीं आ रही है. CDO ऑफिस में जानकारी करने पर पता चला कि एक अफ़सर की कारगुजारी की वजह से सत्यापन में दीनानाथ को मृतक घोषित कर दिया गया. जिसकी वजह से उसकी पेंशन रुक गई. परेशान होकर अब दीनानाथ अपने आप के जिंदा होने के सबूत मीडिया को दिखा रहा है.
सत्यापन में दीनानाथ को कर दिया मृतक घोषित
जिला मुख्यालय पहुंचे दीनानाथ यादव का आरोप है कि विकासखंड एत्मादपुर के ग्राम पंचायत सचिव गौरव पाठक के द्वारा सत्यापन में दीनानाथ को मृत घोषित कर दिया. जिसकी वजह से उनकी पेंशन रुक गई. पिछले दो महीना से वह विकास भवन और ग्राम पंचायत सचिव के चक्कर काट रहा है. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जब वह विकास भवन पहुंचा तो पता चला की पेंशन के सत्यापन में ग्राम सचिव गौरव पाठक ने उन्हें मृतक दिखा दिया था. जिसकी वजह से 8 महीने से उनकी पेंशन नहीं आ रही. उन्हें मानसिक रूप से काफी पीड़ा का सामना करना पड़ा. अब ग्राम सचिव गौरव पाठक दूसरे मोजे में ट्रांसफर लेकर चले गए और उनकी जगह पर अब नए ग्राम सचिव आए हैं.
डीएम साहब तो नहीं मिले
दीनानाथ अपने जिंदा होने के सबूत और हाथ में ‘मैं जिंदा हूं’ का पोस्टर लेकर जिलाधिकारी ऑफिस पंहुचा. जहां मीडिया के कैमरे ने दीनानाथ को अपने कैमरों में कैद कर लिया. दीनानाथ का कहना है कि डीएम साहब तो मिले नहीं, लेकिन अन्य अधिकारियों ने उनका शिकायती पत्र ले लिया है और दोबारा से ग्राम पंचायत सचिव से मिलने के लिए कहा है. दीनानाथ ने कहा कि इन अफसरों की कारगुजारी के चक्कर में उनकी पिछले 8 महीना से पेंशन अटकी है. शारीरिक और मानसिक रूप से उन्हें बेहद तकलीफ पहुंची है. अब फिर से पेंशन शुरू हो तो उन्हें राहत मिलेगी.