यूट्यूब पर वीडियो देख सीखी फायरिंग फिर खुद को मार ली गोली, 56 दिन बाद पुलिस ने सुलाझाया केस

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(www.arya-tv.com) दुनिया की इकलौती वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइट यूट्यूब से प्रेरणा लेकर लोग अब हत्या के प्रयास की साजिश भी रचने लगे हैं. ऐसा नहीं है कि यूट्यूब के वीडियो से प्रेरित हो कोई पहला कांड अंजाम दिया गया हो इससे पहले भी ना जाने कितने कांड यू ट्यूब वीडियो से ही अंजाम दिए गए होंगे लेकिन इस गोली कांड के खुलासे में पुलिस को 56 दिन लगे, मामला उत्तर प्रदेश का है.

यूपी के इटावा जिले के भरथना में यह सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें ऐसा माना जा रहा है कि यूट्यूब पर वीडियो देखने के बाद युवकों ने गोलीकांड को अंजाम दिया है. पुलिस ने अपनी गहन विवेचना के बाद गोली कांड को अंजाम देने वाले युवक और जख्मी युवक को गिरफ्तार कर लिया है. इस सिलसिले में वो अवैध हथियार भी बरामद कर लिया गया है जिससे गोलीकांड अंजाम दिया गया था. प्रधान को फंसाने के मकसद से खुद के अपहरण तथा हत्या के प्रयास का षडयंत्र रचने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने एक अवैध तमंचा व एक खोखा कारतूस सहित गिरफ्तार किया है.

दरअसल इटावा जिले के गोपियागंज गांव निवासी दिनेश कुमार ने पुरानी रंजिश के चलते 3 नामजद तथा 2 अज्ञात पर उसके पुत्र को जबर्दस्ती वैन में बैठाकर ले जाने तथा उसको गोली मारकर घायल करने का मुकदमा दर्ज कराया था. जांच के दौरान मामला फर्जी पाया गया, जिसके बाद खुद के अपहरण का झूठा मुकदमा लिखाने वालों को जेल भेज दिया गया है.

आरोपी संजय कुमार उर्फ माण्डिया और अनुजकान्त की निशानदेही पर एक तमंचा 315 बोर, एक खोखा कारतूस 315 बोर बरामद किया गया है. एसपी ने अपनी बातचीत में यह भी बताया है कि काफी साल पहले एक लड़की गोली कांड को अंजाम देने वाले परिवार की भाग गई थी, जिसको लेकर के प्रधान सर्वेश और उसके कई अन्य साथियों को नाम याद किया गया था. पुलिस की विवेचना में सर्वेश का नाम सामने नहीं आया लेकिन परिवार एक लोग सर्वेश से इसी बाबत नाराज बने रहे और इस गोलीकांड को अंजाम दे करके उसे फंसाने की कोशिश में लुट गए.

जिस अंदाज में गोलीकांड को अंजाम दिया गया था और इसके बाद लगातार एक के बाद एक पीड़ित और पीड़ित परिवार अपने बयान बदल रहा था, जिसके चलते इटावा के अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, सीओ भरथना, कोतवाल भरथना और फॉरेंसिक टीम में जांच के बाद जो निष्कर्ष निकला है उसमें ऐसा पाया गया है कि गोली कांड को अंजाम देने वाले कोई और नहीं बल्कि खुद ही पीड़ित परिवार है जो गोपियागंज गांव के प्रधान सर्वेश और उसके परिवार के सदस्यों को अपहरण और हत्या के प्रयास जैसे कांड में फसाना चाहते थे.