‘मैं पागल हो गई थी…’ 70 के दशक की टॉप एक्ट्रेस का सालों बाद छलका दर्द, अब हो रहा दमदार रोल छोड़ने का पछतावा

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(www.arya-tv.com) 60-70 के दशक में कई ऐसी एक्ट्रेसेस का जलवा रहा जिन्हें लोग आज भी काफी पसंद करते हैं. अपने करियर में उन्होंने कई ऐसे दमदार रोल किए हैं जिन्हें लोग आज सालों बाद भी याद करते हैं. 60 के दशक की जानी मानी एक्ट्रेस मुमताज भी उन्हीं में से एक हैं. साल 1971 में उन्होंने भी एक बड़े रोल को रिजेक्ट कर दिया था जिसे एक एक्ट्रेस का करियर चमक उठा था.

मुमताज ने अपने करियर में कई एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है. खासतौर पर फिल्म खिलौना में तो उनके काम को काफी पसंद किया गया था. उस दौर में एक्ट्रेस मेकर्स की पहली पसंद बुनी हुई थीं. वह जिस फिल्म में नजर आती वो हिट हो जाती थीं. अपने हर किरदार से उन्होंने दर्शकों का दिल जीता है. यही वजह थी कि किसी बड़ी फिल्म के लिए पहले उन्हें अप्रोच किया जाता था. साल 1971 में भी देव आनंद उनके पास एक बड़ी फिल्म का ऑफर लेकर गए थे, लेकिन मुमताज ने वो रोल रिजेक्ट कर दिया था.

आज भी है रोल छोड़ने का मलाल
साल 1971 में रिलीज हुई हिट फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ बनाई जा रही थी. इस फिल्म के लिए देव साहब खुद मुमताज के पास एक रोल के लिए गए थे. फिल्म में ये लीड रोल था. लेकिन उस दौर क टॉप हीरोइन मुमताज ने वो रोल सिर्फ इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उन्हें देव साहब की ऑनस्क्रीन बहन बनना था. एबीपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक सालों बाद एक्ट्रेस ने बताया, ‘ मैं पागल हो गई थी क्योंकि इससे पहले फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ में हमने पति पत्नी का रोल निभाया था. लोगों ने हमारी केमिस्ट्री भी बहुत पसंद की थी. तो क्या यह अजीब नहीं लगेगा? लेकिन मैं बहुत आभारी हूं कि उन्होंने बाद में वही रोल दिया जो मैं उस फिल्म में निभाना चाहती थी.’

मुमताज के रिजेक्ट रोल से चमकी किस्मत
मुमताज ने जब फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’में देव साहब की ऑनस्क्रीन बहन बनने से इनकार कर दिया था तो बाद में ये रोल जीनत अमान की झोली में गिरा. उन्होंने ये रोल पूरी मेहनत से निभाया भी. इस एक रोल से वह रातोंरात स्टार बन गई थी. इस रोल के बाद ही उनका करियर चमक उठा था. इतना ही नहीं इस एक फिल्म को करने के बाद वह मेकर्स की पहली पसंद बन गईं और देखते ही देखते मुमताज का स्टारडम खत्म होने लगा था.