(www.arya-tv.com) बेटियां हर क्षेत्र में माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं. कुछ इसी तरह का नजारा भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित की गई जूनियर रिसर्च फेलोशिप परीक्षा में भी देखने को मिला. सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा और पशु विज्ञान महाविद्यालय में अध्ययन करने वाली स्नातक छात्रा रुचिका शर्मा ने ऑल इंडिया में प्रथम रैंक हासिल करते हुए माता-पिता के साथ-साथ विश्वविद्यालय का नाम भी गर्व के साथ रोशन किया.
रुचिका शर्मा ने बताया कि उन्हें खुद भी यह विश्वास नहीं था. वह जूनियर रिसर्च फैलोशिप में देश में प्रथम रैंक हासिल करेंगी. वह बताती है कि इसके लिए उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई कोचिंग नहीं लिया था. वह बताती है उनकी किताबों से काफी दोस्ती है. वह कहती हैं क्लास में शिक्षकों द्वारा अच्छे तरीके से अध्ययन कराया जाता है. उसके बाद जैसे ही उन्हें समय मिलता है. वह लाइब्रेरी में बैठकर किताबों का अध्ययन करती हैं. उन्हें जो यह सफलता मिली है. वह उनके माता-पिता शिक्षक और किताबों की बदौलत है.
सब्जेक्ट पर फोकस करना महत्वपूर्ण
रुचिका शर्मा की माने तो अगर किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में आपको अगर परचम लहराना है. तो आपको अपने सब्जेक्ट पर अच्छे से फोकस करना होगा. वह कहती है अगर हम निरंतर अपनी किताबों की अध्ययन प्रक्रिया जारी रखें. तो हमें किसी भी प्रकार की कोचिंग की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने बताया कि किताबों में अध्ययन करना ही सफलता का राज है.महाविद्यालय के शिक्षा विभाग के संकायध्यक्ष वीपी सिंह ने बताया कि पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय में पहली बार किसी छात्रा ने देश भर में प्रथम बैंक हासिल करते हुए यह उपलब्धि हासिल की है.
शिक्षा के क्षेत्र में ही बेहतर कार्य करना मकसद
बताते चले की रुचिका शर्मा मूल रूप से मुजफ्फरनगर निवासी हैं. उनके पिता अनुज कुमार शर्मा ने एयरफोर्स से सेवानिवृत है.वहीं मां सुषमा शर्मा हाउसवाइफ है. उनके भाई श्रेयांश भारद्वाज एयर फोर्स में ही कार्य कर रहे हैं. उनकी सिस्टर दीप्ति शर्मा भी लखनऊ केजीएमयू से एमबीबीएस कर रही है. रुचिका शर्मा शिक्षा के क्षेत्र में ही बेहतर कार्य करना चाहती हैं. इसीलिए अभी उनका पूरा फोकस एजुकेशन पर है. विश्वविद्यालय के कुलपति केके सिंह द्वारा भी छात्रा को बधाई दी गई.