मैं भले ही कैबिनेट में नहीं था, लेकिन पार्टी के काम में लगा रहा शीर्ष नेतृत्व को मेरी काबिलियत पर विश्वास:दिनेश शर्मा

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com) योगी सरकार 2.0 के मुख्य खेमे से अब तक बाहर रहे डॉ. दिनेश शर्मा फिर से सुर्खियों में हैं। भाजपा ने राज्यसभा उपचुनाव के लिए दिनेश शर्मा को अपना चेहरा बनाया है। इस चुनाव में वह अकेले कैंडिडेट हैं। ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि 8 सितंबर को दिनेश निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुने जाएंगे।डॉ. शर्मा ने राज्यसभा के नामांकन, BHARAT-INDIA, सनातन धर्म और लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के गठबंधन को बिना दूल्हे की बारात’ बताया। यूपी की पॉलिटिक्स से जुड़े कई रोचक किस्से भी बताए। आप ऊपर दिए गए वीडियो में इसे देख भी सकते हैं।

पार्टी मुझे राज्यसभा भेज रही है। इसका मतलब है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को मेरी काबिलियत पर विश्वास है। मैं भले ही यूपी कैबिनेट में नहीं था, लेकिन एक सदस्य के तौर पर हमेशा पार्टी के काम में लगा रहा। संगठन की मजबूती के लिए जगह-जगह जाकर कार्यक्रम किए। एक दिन भी घर पर नहीं बैठा। इसलिए यह फैसला अचानक नहीं लिया गया। मुझे भाजपा ने बहुत कुछ दिया है। ऐसे में अगर डेढ़ साल तक कोई अवसर नहीं मिला, तो यह मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं अपनी तरफ से कुछ पार्टी को दूं।

भाजपा में रहते हुए मैं युवा मोर्चे का अध्यक्ष बना, महापौर से लेकर राष्‍ट्रीय उपाध्यक्ष फिर प्रदेश का डिप्टी सीएम रहा। अब पार्टी मुझे राज्यसभा भेज रही है। इस फैसले से मैं आह्लादित हूं। मुझे खुशी है कि जब मैं देश के सबसे बड़े सदन में एक सदस्य के तौर पर जाऊंगा। न केवल यूपी बल्कि राष्ट्र और संगठन दोनों की सेवा करने का मुझे भरपूर अवसर मिलेगा।

योगी आदित्यनाथ जब पहली बार बीजेपी के मंच पर आए थे, तब मैं प्रदेश युवा मोर्चा का अध्यक्ष था। ब्रजेश पाठक से परिचय तब का है, जब हम ने उन्हें छात्र संघ चुनाव लड़वाया था। केशव प्रसाद जब विश्व हिंदू परिषद से जुडे़, तब मैं विश्व संवाद पत्रिका का संपादक था। वह आज भी मुझे अपना बड़ा भाई मानते हैं। हम तीनों ने एक-दूसरे के साथ प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से काम किया है। भाजपा हमेशा से संगठन को आगे रखकर चलने वाली पार्टी रही है। हम सभी हंसते-हंसाते मिलकर काम करने में यकीन रखते हैं।