(www.arya-tv.com) गोरखपुर के कैंपियरगंज चौमुखा में स्थित मां दुर्गा हॉस्पिटल में ओटी टेक्नीशियन मोहम्मद असलम सिद्दीकी ने डॉक्टर बनकर ऑपरेशन कर दिया, जिस वजह से नवजात और प्रसूता की मौत हो गई। पुलिस ने इस 5 आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर मैनेजर श्यामसुंदर पासवान और संचालक शैलेंद्र नाथ सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस टीम अन्य आरोपियों की तलाश में लगी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपी श्यामसुंदर पासवान महराजगंज के कोटा के मुकुंदपुर और संचालक शैलेंद्र गोरखनाथ के पचपेड़वा का रहने वाला हैं।
न अस्पताल का रजिस्ट्रेशन न डॉक्टरों के पास है डिग्री
पुलिस की जांच में सामने आया है कि साल 2019 से हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन खत्म हो गया था। उसके बाद से रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। यहां पर काम करने वाले डॉक्टर से लेकर नर्स तक सब फर्जी हैं, किसी के पास कोई डिग्री नहीं है।
अब पुलिस दर्ज केस की धारा को हत्या में तब्दील करने की तैयारी में है। पुलिस अब ऑपरेशन करने वाले फर्जी डॉक्टर चिलुआताल निवासी मोहम्मद असलम, टेक्नीशियन और नर्स कैंनियरगंज निवासी अनिता गिरी और नीतू भारती की तलाश में जुटी है।
स्वास्थ्य विभाग को फिर नहीं हुई जानकारी
लेकिन, हैरानी वाली बात यह है कि हर बार की तरह इस बार भी स्वास्थ्य विभाग की इस फर्जी अस्पताल की जानकारी नहीं हुई, और रही भी होगी तो जिले के बाकी अस्पतालों की तरह स्वास्थ्य विभाग इसपर भी अपनी आंखें बंद किए बैठा रहा। यही वजह है कि आए दिन फर्जी अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही से लोगों की जान जा रही है और स्वास्थ्य विभाग जांच का कोरम पूरा कर बाद में अस्पतालों को क्लिन चीट दे देता है।
ऑपरेशन के बाद मां और बच्चे की हो गई मौत
पुलिस के मुताबिक, मंगलवार को चौमुखा के वार्ड नंबर 14 निवासी शैलेश चौरसिया की पत्नी सरिता चौरसिया को प्रसव पीड़ा होने पर मां दुर्गा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार की सुबह ऑपरेशन से बच्चा हुआ। कुछ समय के बाद बच्चे की मौत हो गई।
हॉस्पिटल में भर्ती महिला की शाम के दौरान हालत बिगड़ने पर हॉस्पिटल का संचालक शैलेंद्र सोलंकी ने दो साथियों के साथ चिलुआताल के नकहा नंबर एक के पास निर्मला अस्पताल पहुंचा दिया। जहां के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पर चिलुआताल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम कर केस दर्ज किया था। अब आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।