(www.arya-tv.com) वाराणसी के ज्ञानवापी में आज गुरुवार को भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की टीम के सर्वे का 21वां दिन है। जिला जज के आदेश और सुप्रीमकोर्ट-हाईकोर्ट की सहमति के बाद एएसआई के अधिकारी सर्वे कर रहे हैं। अब तक अब तक 20 दिन में 123 घंटे का सर्वे पूरा हो चुका है। सर्वे में हैदराबाद की टीम ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वे के लिए निर्धारित मानकों पर कार्रवाई कर रही है। अब जल्द ही कानपुर से जीपीआर टीम आकर अपना काम करेगी।
गुरुवार को कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच एएसआई की 41 सदस्यीय टीम ज्ञानवापी पहुंची। मुख्य गेट पर सघन तलाशी के बाद टीम के सदस्यों को अंदर प्रवेश दिया गया। मुख्य गेट पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पैरामिलिट्री और एनएसजी और एटीएस समेत कमिश्नरेट पुलिस की टीमों की तैनाती है। त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच सोमवार को टीम परिसर में ऐतिहासिक संभावनाएं तलाशने उतरी है। 20 दिन के सर्वे में टेक्निकल टीम ने जीपीआर सर्वे के लिए कई स्थानों का चिह्नांकन किया है, जिस पर एक दो दिन में अंतिम मुहर लगाई जाएगी। अब सभी को स्पेशल टीम के आने का इंतजार है, जो जीपीआर सर्वे को पूरा करेगी। हिंदू पक्ष की याचिका पर कोर्ट ने संपूर्ण परिसर के सर्वे की रिपोर्ट 2 सितंबर तक तलब की है। टीम के साथ वादी, प्रतिवादी और वकील के साथ ASI की टीम पिछले 20 दिनों से जुटी है। अब तक ASI को सर्वे के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं जिसे हिंदू पक्ष अपने दावे की हकीकत बताता रहा है।
20 दिनों में 123 घंटे टीम ने बहाया पसीना
ज्ञानवापी में 20 दिन में 123 घंटे सर्वे करने वाली ASI टीम में 41 सदस्य शामिल रहे। अब तक 123 घंटे पसीना बहाने वाली ASI टीम के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं, जिनकी साइंटिफिक जांच जारी है। दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी बड़े राज से पर्दा उठाएंगे। एएसआई टीम 21वें दिन का सर्वे के लिए स्थानों का चिह्नांकन कर रही है। गुरुवार सुबह 8.30 बजे टीम के अधिकारी और कर्मी गेस्ट हाउस से ज्ञानवापी पहुंचे। टीम ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर के सर्वे में ASI की टीम जुट गई। मस्जिद परिसर की पूरी पैमाइश के बाद केवल जीपीआर पर काम कर रही है। उसका फोकस उन अलग-अलग स्थानों पर बरकरार है, जहां से ऐतिहासिक साक्ष्य संकलित किए जा सके।
टीम ने चार सेक्टर में बांटा परिसर
ज्ञानवापी परिसर को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश, अंदर मिलने वाली आकृतियों और दीवारों की कलाकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। दो टीमें तहखाने और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी है। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।
सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक रहेगी टीम
ज्ञानवापी में साइंटिफिक सर्वे के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच ज्ञानवापी परिसर में सात घंटे सर्वे करेगी। गुरुवार सुबह 8.30 बजे दाखिल टीम के कुछ देर बार वादी और उसके वकील भी ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर सरकारी वकील को अपनी हाजिरी दर्ज कराई। सर्वे लगभग 08:38 बजे शुरू हुआ और फिर 12.30 बजे तक चलेगा। इसके बाद लंच और नमाज के लिए रोका गया जो फिर 2.30 बजे से दोबारा शुरू होगा। सर्वे शाम पांच बजे पूरा होगा, इसके बाद टीम के सदस्य गेस्ट हाउस रवाना होंगे।