(www.arya-tv.com) माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोपियों पर बुधवार को आरोप तय नहीं हो सके। कोर्ट ने 24 अगस्त की तारीख दी है। तीनों शूटर लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य प्रतापगढ़ जिला जेल में बंद हैं।
15 अप्रैल को अतीक-अशरफ को मारी थी गोली
प्रयागराज के माेतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) परिसर में 15 अप्रैल को अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी। उस समय अतीक और अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए काल्विन अस्पताल में जाया जा रहा था। तभी मीडियाकर्मी के भेष में पहुंचे तीनों शूटरों ने पहले अतीक पर गोलियां चलाई और फिर अशरफ पर तब तक ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जब तक दोनों की मौत नहीं हो गई।
यह गोली मारते हुए जय श्री राम के नारे भी लगाते रहे और तीनों ने हाथ ऊपर उठाकर वहीं पर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिए। पहले तीनों को नैनी जेल में रखा गया लेकिन वहां अतीक का बेटा अली भी बंद है इसलिए पुलिस ने तीनों काे प्रतापगढ़ जेल में भेज दिया था।
SIT ने दायर किया था आरोप पत्र
एसआईअटी (विशेष जांच दल) ने पिछले माह 13 जुलाई को तीनों शूटरों के लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। पूरे मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग की टीम भी मौके पर पहुंची थी, उनके सामने क्राइम सीन भी दोहराया गया था। इस पूरे हत्याकांड की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी ने धारा 302 और IPC व शस्त्र अधिनियम की कई अन्य धाराओं के तहत अपनी जांच पूरी कर ली। इसके बाद एसआईटी की ओर से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम के समक्ष आरोप पत्र भी दायर किए गए थे।